स्वतंत्रदेश,लखनऊअयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान हमले की साजिश रचने के आरोपी खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओरिजनल वॉयस रिकॉर्डिंग का सैंपल के लिए यूपी एटीएस, पंजाब पुलिस से अनुरोध करेगी। दरअसल, इस साजिश को अंजाम देने आए तीन संदिग्धों को हिरासत में लिए जाते ही पन्नू ने ऑडियो जारी किया था। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी देने के साथ अपने साथियों को पुलिस द्वारा प्रताड़ित करने का दावा किया था।
संदिग्धों को हिरासत में लेते ही पन्नू का ऑडियो मैसेज जारी होने से पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं। इसी वजह से उसके नेटवर्क को खंगालने के लिए पंजाब पुलिस से कई बिंदुओं पर जानकारी मांगने के साथ पन्नू के खिलाफ दर्ज मुकदमों और उसकी ओरिजनल वॉयस रिकॉर्डिंग का सैंपल लेने की कवायद की जा रही है।
वहीं, अयोध्या से पकड़े गए गैंगस्टर शंकर लाल दुसाद और उसके दोनों साथियों को एटीएस ने राजस्थान ले जाकर छानबीन की। हालांकि उनकी दी जानकारी को सत्यापित नहीं किया जा सका। आरोपियों ने अपने मोबाइल के सिम और गाड़ी के बारे जो जानकारी थी, वह गलत पाई गई। जिस व्यक्ति के नाम से सिम खरीदा गया था, उसने भी तीनों से कोई संबंध होने से मना कर दिया है।
गौरतलब है कि खुफिया एजेंसियों की सूचना पर एटीएस ने 18 जनवरी को अयोध्या के त्रिमूर्ति होटल के पास से शंकर लाल दुसाद और उसके साथी अजीत कुमार शर्मा व प्रदीप पुनिया को दबोचा था। पूछताछ में सामने आया था कि वे विदेश में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी हरमिंदर सिंह लांडा और पन्नू के इशारे पर अयोध्या में अपने वाहन पर श्रीराम का झंडा लगाकर रेकी कर रहे थे। उनके पास से बरामद स्कार्पियो का पंजीकरण शंकरलाल के नाम पर मिला था, जबकि वाहन पोर्टल पर इसका पंजीकरण फरीदाबाद निवासी श्रवण कुमार सरसवा के नाम पर पाया गया था।