उत्तर प्रदेश में अब लगेंगी वाइनरी इकाइयां
स्वतंत्रदेश,लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार किसानों की आय दोगुना करने को प्रयासरत है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नगदी फसलों के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है, इनमें फल और सब्जी की खेती अहम है। शासन ने विभिन्न प्रकार के फलों को प्रसंस्कृत कर किसानों को उचित मूल्य दिलाये जाने के लिए वाइनरी की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
वाइन उत्पादक इकाइयों की स्थापना के लिए गन्ना संस्थान लखनऊ की बैठक में अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि वाइनरी स्थापित करने से संबंधित नियमावली 1961 व फिर वर्ष 2001 में घोषित की जा चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अभी तक एक भी वाइनरी इकाई की स्थापना नहीं हो पाई है, जबकि महाराष्ट्र के नासिक व पुणे में कई वाइनरी इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं। वहां के किसानों की आय को बढ़ाने में ये काफी मददगार साबित हो रहा है।
इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार फल उत्पादक किसानों की उपज का सदुपयोग व उनकी आय बढ़ाने के लिए वाइनरी स्थापित कराएगी। इससे जहां एक ओर वाइन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर किसानों की उपज का उचित मूल्य उन्हें मिल सकेगा। उद्योगों की स्थापना से प्रदेश में रोजगार के नये अवसर भी बढ़ेंगे और सरकार को वाइन की बिक्री से राजस्व भी मिल सकेगा।