होटल कारोबार ने पकड़ी रफ्तार
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :कोरोना काल में लंबे समय तक बंद रहे होटल व्यवसाय को अब रफ्तार की आस जगी है। व्यवसाय को यह संजीवनी रात दस बजे तक होटल और रेस्टोरेंट खोले जाने के तय किए गए समय की वजह से मिली है। कारोबारी मान रहे हैं कि इससे 20 से 25 फीसद तक व्यवसाय बढ़ेगा। कारण यह है कि पहले नौ बजे तक की अनुमति थी। इस अवधि में न तो लोग रात का खाना खाने के लिए आमदिनों की तरह आ पाते थे और न ही उत्सवी माहौल बन पाता था। बर्थ-डे, वैवाहिक कार्यक्रम या फिर अन्य छोटी-मोटी कम भीड़ वाली पार्टियां नहीं होती थीं। आठ बजते ही ग्राहकों को रोकना शुरू कर दिया जाता था। जो होता भी था उसे टाइम लाइन बताते हुए जल्दी करने को कहा जाता था। तभी रात नौ बजे तक रेस्तरा बंद हो पाता था। लेकिन दस बजे तक की छूट मिलने से होटल व्यवसायी अब उत्साहित हैं।
छोटे सिर्फ रुकने वाले होटल की संख्या –500
रेस्तरा –300
पार्टियों के लिए बुक होने लगे हॉल: रात दस बजे की टाइम लाइन आने से खाली पडे़ होटलों के हॉल में अब रौनक आने लगी है। 20 से 25 फीसद बुकिंग शुरू होने से बंद पडे़ होटलों का खर्च अब निकलेगा।
रेस्टोरेंट खुलने से कारोबार आने लगा पटरी पर: होटल व्यवसाय से जुड़ेे लोग कहते हैं कि खान-पान के रेस्तरा खुलने से लोगों का आवागमन शुरू हुआ है। लोग डिनर के लिए आने लगे हैं। इससे होटल कारोबार को गति पकड़ने में आसानी होगी।
कोरोना काल में लोग ज्यादा सतर्क हैं। ऐसे में ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक, कुल्फी और आइस क्रीम आदि चीजों से लोग परहेज कर रहे हैं। नतीजतन एक मुश्त मंगाए जाने वाले कोल्ड ड्रिंक भी अब लोग कम इस्तेमाल कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश होटल एवं रेस्तरा एसोसिएशन के सचिव श्याम किश्नानी ने बताया कि बढ़ी टाइम लाइन वास्तव में होटल व्यवसाय को बड़ी राहत देने वाली है। लोगों का रुझान और हल्की पार्टियों से कारोबार को मुस्कराने का मौका मिला है। कम से कम होटल व्यवसाय का रोज का खर्च ही निकलेगा और व्यापारियों को जेब से नहीं लगाना पड़ेगा। बंद पड़ा कारोबार अब शुरू तो हुआ। अच्छा यह रहा कि अंतिम कुछ सहालग मिल गई हैं।