निजी अस्पताल में लाखों वसूलने के बाद मरीज की मौत
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :गोमतीनगर स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिवारजन ने देर तक हंगामा किया। आरोप है कि एम्बुलेंस चालक और अस्पतालों की साठगांठ के चक्कर में परिवार के लोग फंस गए। पहले अस्पताल ने पूरा इलाज सिर्फ 70 हजार में करने की बात कहकर भर्ती किया। फिर तीन दिन में ही तीन लाख से अधिक की वसूली कर ली। इलाज भी सही से नहीं किया। इससे मरीज की मौत हो गई। आरोप है कि मौत के बाद भी अस्पताल वाले पैसे बनाने के लिए दवाएं मंगवाते रहे। देर तक मौत की सूचना छुपाए रखी और शव कई घंटे बाद दिया।
रायबरेली निवासी रामकांत त्रिवेदी आठ जुलाई को सड़क हादसे में घायल हो गए थे। बेटा अविनाश त्रिवेदी उन्हें केजीएमयू ला रहे थे मगर एम्बुलेंस चालक ने बेहतर इलाज का झांसा देकर गोमतीनगर विक्रांतखंड के निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। एमआरआइ जांच के लिए एम्बुलेंस से जियामऊ स्थित निजी संस्थान में भेजा। तब रामकांत बोल व सभी को पहचान रहे थे। नौ जुलाई को ऑपरेशन के बाद मरीज से मिलने नहीं दिया गया। इस दौरान लगातार दवाएं मंगाई जा रही थीं। रविवार रात डाक्टरों ने मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत बताई। परिवारीजन ने मरीज को रेफर करने का दबाव बनाना शुरू किया। तब डाक्टरों ने मौत होने की जानकारी दी। परिवारीजन ने सीएमओ से मामले की शिकायत की है। वहीं सीएमओ डा. संजय भटनागर का कहना है कि शिकायत अभी मिली नहीं है। मगर मामला गंभीर है। सख्त कार्रवाई की जाएगी।