राम वन गमन मार्ग के लिए 452 करोड़ मंजूर, प्रयागराज महाकुंभ से पहले पूरा होगा प्रोजेक्ट
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने परियोजना के लिए 452 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर कर दी है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले अगले महाकुंभ से पहले इस परियोजना को हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है। योध्या और चित्रकूट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लंबाई 102 किलोमीटर होगी। इसका निर्माण दो पैकेजों में प्रस्तावित है।
राम वन गमन मार्ग परियोजना में दो बड़े सेतु, दो रेल उपरिगामी सेतु और दो फ्लाई ओवर बनाने का प्रस्ताव है। परियोजना के पहले पैकेज की लंबाई 54.50 किलोमीटर और दूसरे की 46.8 किलोमीटर आंकलित की गई है।परियोजना का लगभग 60 किलोमीटर लंबा हिस्सा हरित क्षेत्र से होकर गुजरेगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की इस अति महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने से चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की बेशुमार वृद्धि होगी । पहले पैकेज के तहत श्रृंगवेरपुर धाम के निकट गंगा नदी पर एक किलोमीटर लंबा सेतु और राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा ।
प्रयागराज में फाफामऊ में गंगा नदी पर बने सेतु के समानांतर छह लेन के नये पुल के निर्माण के बारे में किये गए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इस परियोजना की लागत 2000 करोड़ रुपये आंकलित की गई है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये कि सेतु निर्माण के लिए टेंडर की स्वीकृति शीघ्र जारी की जाए।
6879 करोड़ होगी प्रयागराज इनर रिंग रोड की लागत : प्रयागराज में प्रस्तावित चार लेन इनर रिंग रोड के अलाइनमेंट के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसकी कुल लंबाई 98 किमी है। इसमें से 68 किमी ग्रीन फील्ड में तथा 30 किमी की लंबाई प्रयागराज के वर्तमान बाईपास की है। परियोजना प्रारंभ करने की आवश्यक कार्यवाही एनएचएआइ मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। उप मुख्यमंत्री ने इनर रिंग रोड का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने और इस परियोजना को भी अगले महाकुंभ से पहले पूरा करने का निर्देश एनएचएआइ अधिकारियों को दिया।