लखनऊ में पीडियाट्रिक वार्ड तैयार
स्वतंत्रदेश, लखनऊ:कोरोना की संभावित तीसरी लहर और उसमें बच्चों पर अधिक खतरे को लेकर अब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं, पर फिर भी अस्पताल अलर्ट मोड पर हैं। अस्पतालों में पीडियाट्रिक वार्ड तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। केजीएमयू में 100 बेड का पीडियाट्रिक वार्ड बन गया।

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में पहले से ही मौजूद पीडियाट्रिक वार्ड को कोविड को लेकर पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। वार्ड में दस बेड हैं। सभी में वेंटिलेटर लगे हैं। निदेशक सुभाष चंद्र सुंद्रियाल ने बताया कि जरूरत पड़ेगी तो और बेड बढ़ा दिए जाएंगे। स्टाफ नर्स का प्रशिक्षण पूरा कर दिया है। 15 स्टाफ पीडियाट्रिक वार्ड के लिए तैयार किए गए हैं। फिलहाल, रूटीन मरीजों में जिन बच्चों को वेंटिलेटर की जरूरत है, उन्हें हम भर्ती कर रहे। इस समय तीन ऐसे बच्चे भर्ती हैं। तीनों नॉन कोविड हैं। अगर बच्चों के मामले बढ़ते हैं तो वार्ड को पूरी तरह खाली कर, सिर्फ कोविड के मामले ही लेंगे।
केजीएमयू : 100 बेड के पीडियाट्रिक वार्ड की तैयारी है। 50 बेड पीआइसीयू और एनआइसीयू के होंगे और शेष आक्सीजनयुक्त बेड होंगे। मैनपावर और लाजिस्टिक की उपलब्धता है।
एसजीपीजीआइ : 50 पीआइसीयू और एनआइसीयू बेड का पीडियाट्रिक वार्ड बनाया जा रहा है। एवं स्टाफ और लाजिस्टिक की भी कोई समस्या नहीं है।
लोहिया संस्थान : 50 बेड के पीडियाट्रिक वार्ड की व्यवस्था की जा रही है। जिसमें 30 बेड पीआइसीयू और एनआइसीयू और 20 आक्सीजनयुक्त बेड होंगे। उपकरण और लाजिस्टिक उपलब्ध है। सीनियर रेसिडेंट की कमी दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।