हर व्यक्ति तक पहुंचाई जाएगी बुलावा पर्ची
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण महाभियान को और तेजी देने के लिए सोमवार से कलस्टर माडल के तहत मेडिकल टीमें गांवों में भेजी गई हैं। सभी जिलों के एक तिहाई ब्लाक के सभी गांवों में टीमें भेजी जा रही हैं। एक जुलाई से यह टीमें सभी ब्लाकों में भेजी जाएंगी। लोगों को बुलावा पर्ची भेजकर टीका लगवाने को आमंत्रित करने की व्यवस्था की गई है।
मुख्य सचिव ने सोमवार को टीकाकरण महाभियान की समीक्षा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। उन्होंने सभी कमिश्नर व डीएम को निर्देश दिए कि वह टीकाकरण अभियान की प्रतिदिन समीक्षा करें। जिस क्षेत्र में कम टीके लग रहे हैं, वहां लोगों को जागरूक करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जुलाई से प्रतिदिन 10 से 12 लाख वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि अगस्त में इससे भी ज्यादा 20 लाख टीके प्रतिदिन लगाए जाएंगे। ऐसे में टीकाकरण के लिए जरूरी मानव संसाधन की व्यवस्था अभी से की जाए। सभी जिलों में ब्लाकों को कलस्टर यानि आठ से 12 भागों में विभाजित कर वैक्सीन लगाए जाने के इंतजाम किए गए हैं।
जेलों में कोरोना के टीके से वंचित हैं 66 फीसद बंदी
कोरोना संक्रमण काल में अन्य राज्यों की तुलना में प्रदेश की जेलों में बेहतर प्रबंधन रहा है, लेकिन अभी सभी बंदियों को कोरोना टीके की पहली डोज नहीं लग सकी है। जेल प्रशासन बंदियों के टीकाकरण को लेकर लगातार प्रयास कर रहा है। वर्तमान में प्रदेश की जेलों में 44 प्रतिशत बंदियों को कोरोना टीके की पहली तथा 14 फीसद बंदियों को दोनों डोज लगी हैं। जेल अधिकारियों को उम्मीद है कि तीन माह में सभी बंदियों को पहली डोज लगवाने के लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। प्रदेश की जेलों में वर्तमान में 1.9 लाख से अधिक बंदी निरुद्ध हैं। देश की सभी जेलों में निरुद्ध कुल बंदियों की तुलना में प्रदेश की जेलों में करीब 25 फीसद बंदी निरुद्ध हैं।