उत्तर प्रदेशराज्य

योगी आद‍ित्‍यनाथ की अपील का असर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की थी कि वह अपनी विधा के अनुसार रोगियों के उपचार व आपरेशन के लिए समय निकालें। अपने जिले में किसी भी सरकारी अस्पताल में सेवा दें। इसी मंशा को पूरा करते हुए परिवार कल्याण उप्र के महानिदेशक डा. राकेश दुबे ने सोमवार को वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) में सिजेरियन प्रसव में बेहोशी के डाॅक्टर की भूमिका निभाई।

साथ ही अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी अपनी चिकित्सीय विशेषता अनुरूप अस्पताल में सहयोग करने का संदेश दिया।

डफरिन अस्पताल में डालीगंज निवासी जोहरा पत्नी इरफान हुसैन के सिजेरियन प्रसव में डाॅ राकेश दुबे ने एनेस्थीसिया दिया। जोहरा को 40 सप्ताह, चार दिन की गर्भावस्था जो कि समय से चार दिन ज्यादा व सीफेलोपेलविस डिसप्रपोशन (गर्भस्थ शिुश का सिर गर्भाशय के मुंह से बड़ा होना) थी। आपरेशन महिला रोग विशेषज्ञ डाॅ अरुणा सिंह, डाॅ दीपिका सेठ एवं बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ सैय्यद फैजन अहमद की टीम ने किया।

अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिका डाॅ सुधा वर्मा ने कहा कि कोविड संक्रमण के कुछ कम होने के बाद नाॅन कोविड मरीजों के उपचार ने गति पकड़ी है। रोगीहित में प्रशासनिक अधिकारियों का अस्पताल में सहयोग प्रशंसनीय कदम है। इससे पहले, इसी क्रम में 12 जून को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डाॅ डीएस नेगी ने डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में बाराबंकी निवासी मरीज सूरज कुमार की जांघ की हड्डी की सर्जरी में निश्चेतक की भूमिका में अपना योगदान दिया था।

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