उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी में अब 12 हजार कोरोना के एक्टिव केस

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पा लिया गया है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने बुधवार से दिन का कोरोना कर्फ्यू खत्म कर दिया है, लेकिन नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू (शनिवार और रविवार) जारी रहेगा। बीते चौबीस घंटों के दौरान 2.90 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें 700 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। अब राज्य में कुल कोरोना के सक्रिय मामले 12 हजार रह गए हैं। अब राज्य का पॉजिटिविटी रेट 0.2 फीसद और रिकवरी रेट 98 फीसद है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को 23 लाख पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बैंक खाते में प्रति परिवार 1000 रुपये आनलाइन ट्रांसफर किया।

उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि राज्य में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में सफल सिद्ध हुई है। इसी का परिणाम है कि लगातार संक्रमण के केस कम हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में जितने कुल सक्रिय केस हैं उससे अधिक कई राज्यों में प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या आ रही है। महाराष्ट्र की आबादी उत्तर प्रदेश से आधी है, लेकिन वहां कोरोना केस प्रतिदिन कई गुना ज्यादा आ रहे हैं। दिल्ली की जनसंख्या उत्तर प्रदेश की 10 प्रतिशत भी नहीं है फिर भी वहां लाॅकडाउन लगाना पड़ा।

प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के अनुसार महाराष्ट समेत कई राज्यों ने संपूर्ण लाकडाउन लगाया जिससे आर्थिक गतिविधियां बंद हो गईं। इससे प्रतिदिन काम कर कमाने वालों के समक्ष जीविका का संकट आ गया। उद्यम और बाजार बंद होने से बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए, जबकि यूपी में केवल कोरोना कर्फ्यू रहा जिससे आर्थिक गतिविधियां थमीं नहीं। सावधानी के सभी उद्यम चलते रहे, आवश्यक वस्तुओं के बाजार खुले रहे। सभी उद्यम इकाइयों की कोविड हेल्प डेस्क और कोविड केयर सेंटर के साथ आर्थिक गतिविधियां जारी रखने में सफलता प्राप्त की गई।

यूपी में एक दिन में सबसे ज्यादा 4.57 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई है। कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने को अब केंद्रों पर भीड़ जुट रही है। अभी तक उप्र में कुल 2.11 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं, जिसमें 1.76 करोड़ ने पहली व 36.78 लाख ने दूसरी डोज लगवाई है। फिलहाल प्रदेश में जून में एक करोड़ और जुलाई में तीन करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।आंकड़ों के मुताबिक बीती सात जून यानी सोमवार को यूपी में सबसे ज्यादा टीके लगाए गए।

एक दिन में यदि दूसरे राज्यों में लगाए गए टीके से तुलना की जाए तो मध्य प्रदेश में 3.86 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई और यहां अब तक कुल 1.32 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसी तरह महाराष्ट्र में 2.93 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई और अब तक कुल 2.47 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। दिल्ली में बीते 24 घंटे में 66 हजार ने वैक्सीन लगवाई और अब तक कुल 57.86 लाख लोगों ने टीका लगवाया है। उधर बिहार में 93 हजार लोगों द्वारा एक दिन में टीका लगवाए जाने के बाद अब तक कुल 1.12 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

यूपी में एक संक्रमित व्यक्ति के मुकाबले सर्वाधिक 30 लोगों की जांच : यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति के मुकाबले 30.5 लोगों की जांच की गई। एक संक्रमित व्यक्ति की पहचान करने के लिए इतने ज्यादा टेस्ट दूसरे किसी राज्य में नहीं किए गए। दूसरे नंबर पर दिल्ली में प्रति संक्रमित व्यक्ति 14 लोगों का और तमिलनाडु में 12.8 लोगों का टेस्ट किया गया। देश में सर्वाधिक 5.19 करोड़ लोगों की जांच यूपी में हुई है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 16.99 लाख लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिसमें 16.64 लाख ठीक हो चुके हैं।

अब तक 5.19 करोड़ लोगों की कोरोना जांच हुई है। ऐसे में एक संक्रमित की पहचान करने में यहां 30.5 लोगों के टेस्ट किए गए। इसी तरह दिल्ली में 14.29 लाख लोग संक्रमित हुए और दो करोड़ लोगों की जांच की गई है। यहां प्रति संक्रमित व्यक्ति 14 लोगों की जांच की गई। वहीं तमिलनाडु में 22.74 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और वहां 2.90 करोड़ लोगों की जांच की गई। तमिलनाडु में यह अनुपात 12.8 प्रतिशत है। इसी तरह आंध्र प्रदेश में 11.4, कर्नाटक में 11.5, केरल में आठ व महाराष्ट्र में एक संक्रमित व्यक्ति के मुकाबले 6.4 लोगों की जांच की गई है। फिलहाल यूपी में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का फार्मूला पूरे देश में हिट साबित हो रहा है।

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