एक्सप्रेस-वे पर तैनात होगी एयर एम्बुलेंस
स्वतंत्रेश.लखनऊ : कई सुविधाओं से लैस दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे लोगों के हवाले कर दिया गया है। एक्सप्रेस वे पर वाहन तेजी से फर्राटा भी भर रहे हैं। मेरठ से दिल्ली जाने के लिए लोगों का करीब 4 घंटे के समय का बचत हो रहा है। इस संबंध में लोग काफी खुश भी हैं। वहीं लोगों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर अगले साल तक एक नायाब सुविधा मिलने वाली है।
मेरठ-डासना खंड के बीच रेस्ट एरिया में हेलीपैड बनेगा। आपात स्थिति के लिए एयर एंबुलेंस तैनात की जाएगी, ताकि गंभीर मरीजों को तत्काल दिल्ली एम्स व अपोलो जैसे अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके। साथ ही किसी भी सहायता में लोगों को परेशानी ना उठानी पड़े। वर्तमान में रेस्ट एरिया में ये दोनों सुविधाएं शामिल नहीं हैं, लेकिन इसके लिए पर्याप्त जमीन पहले से ही खरीद ली गई है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहले ही इस संबंध में घोषणा कर चुके हैं। अब एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने भी पुष्टि की है कि एयर एंबुलेंस की तैनाती व हेलीपैड बनाने की योजना है। हालांकि इसमें अभी वक्त लगेगा। परियोजना निदेशक ने परतापुर तक किया निरीक्षण: एनएचएआइ के डीजीएम व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने शुक्रवार को दोनों चरण का निरीक्षण किया। मेरठ में काशी टोल प्लाजा के साथ ही परतापुर के इंटरचेंज को देखा।
कुछ स्थानों पर कमियां मिलने पर सुधार का निर्देश दिया। एक्सप्रेस-वे के चौथे चरण पर आवागमन शुरू कर दिया गया है लेकिन अभी इस चरण को पूर्णता प्रमाण-पत्र नहीं जारी किया गया है। परियोजना निदेशक ने बताया कि चार दिन में पूर्णता प्रमाण-पत्र जारी कर दिया जाएगा। कार्यदायी कंपनी जीआर इंफ्रा प्रा. लि. के अधिकारी मौजूद रहे।
एक्सप्रेस वे पर अभी कई जगहों पर गतिरोध: मेरठ से दिल्ली जाते वक्त अभी कई जगहों पर निर्माण कार्य के चलते गतिरोध है। तल्हौटा में में अभी ओवरब्रिज के वजह से एक लेन पर ही वाहन आ जा रहे हैं। अभी टोल बूथ भी शुरू नहीं किया गया है। वहीं एक्सप्रेस वे के किनारे लगे टेलीफोन बूथ भी काम नहीं कर रहे हैं। पेट्रोल पंप और रेस्तरा जैसी सुविधा भी नहीं मिल पा रही है।