तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिला ने करा ये
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाकर चर्चा में आई महिला के नाम से एक तौबानामा (माफीनामा) शुक्रवार रात को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। पत्र में लिखा है कि वह तीन तलाक से जुड़े हर नियम को शरीयत के अनुसार मानती हैं। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक परिवार की एक बहू का मामला कुछ साल पहले सामने आया था, जिसमें महिला ने शौहर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। महिला ने कहा था कि निकाह के कुछ समय बाद ही तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने शौहर सहित अन्य ससुरालियों पर कानूनी कार्रवाई की थी। मामला अदालत में गया, जिसके बाद उनके खिलाफ फतवे जारी हुए थे। इस्लाम से खारिज करने की बात भी कही गई थी। यह मामला लंबे समय सुर्खियों में बना रहा था।
शुक्रवार को एक बार फिर यह मामला गर्मा गया। उसी महिला के नाम से लिखा गया तौबानामा इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। पीड़िता ने तौबानामा पत्र पर अंग्रेजी में साइन किए हैं। इसमें पांच गवाहों को लिया गया है, जिसमें तीन महिला और दो पुरुष के हस्ताक्षर हैं। दरगाह से जुड़े लोगों ने तौबानामा की तस्दीक भी की है। दरगाह सूत्रों के अनुसार, महिला के एक रिश्तेदार का इंतकाल हो गया था। मुहल्ला सुर्खा में महिला ने तौबानामा लिखकर दिया।
महिला ने तौबानामा में लिखा है कि मैं आला हजरत की जुमला तालिमात और उसके हर फतवे को जानती व मानती हूं। आला हजरत के फतवा बिल खुसूस निकाह, तलाक व हलाला के मसाइल में जो भी हुक्मे शरई है, मैं उसे सही मानती हूं। खिलाफत में मैंने जाने-अनजाने जो भी बात कही या लिखी या उस पर राजी हुई, मैं गवाहों के बीच तौबा व रुजू (वापस) करती हूं। दरगाह आला हजरत के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि महिला का तौबानामा इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने की जानकारी हुई है। तौबा पत्र में शामिल एक गवाह ने इसकी पुष्टि भी की है।
निदा के नाम से जारी हुआ तौबानामा : कहा जा रहा है कि जो तौबानामा (माफीनामा) जारी हुआ है, वह किसी निदा खान का है। इस मामले की पुष्टि करने के लिए तीन तलाक पीड़िताओं की लड़ाई लड़ने वाली निदा खान से फोन पर बात करने की कोशिश की, मगर रिसीव नहीं हुआ। मैसेज का भी जवाब नहीं दिया। यह पुष्ट नहीं हुआ है कि तौबानामा लिखने वाली निदा खान कौन सी हैं।