जिला प्रशासन और एलडीए की बड़ी कार्रवाई
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अर्जन की हुई इस जमीन के संबंध में प्राधिकरण का तर्क है यह जमीन दो बिल्डर द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई है। जबकि उक्त जमीन मलेसे मऊ के अंतर्गत प्राधिकरण की अधिग्रहित भूमि है व वर्तमान समय में जमीन प्राधिकरण के नाम दर्ज है।इस जमीन पर लंबे समय से कुछ किसानों द्वारा जहां खेती की जा रही थी वहीं बिल्डर द्वारा इस बेस कीमती जमीन पर प्लॉटिंग व अपार्टमेंट बनाने की भी तैयारी की जा रही थी।

90 एकड़ जमीन पर पिलर गाड़ कर कब्जा की कोशिश
एसडीएम प्रफुल्ल त्रिपाठी का कहना है कि पूरी जमीन की पैमाईश करा कर ही कार्यवाही की जा रही है जो जमीन लखनऊ विकास की अवैध कब्जा में थी उससे मौके पर कब्जा हटा कर जमीन पर पिलर गाड़ने की भी कार्यवाही की जा रही है। इस दौरान करीब 1500 करोड़ की जमीन खाली कराई जा रही है।
गोमती नदी किनारे बेस कीमती जमीन से कब्जा हटाने के दौरान बिल्डरों से लगातार मौके पर एसडीएम व एलडीए के अधिकारियों से नोक झोंक होती रही वहीं प्रशासन ने मौके पर कार्यवाही को जारी रखा।