इस महामारी के साथ अब डेंगू का भी खतरा रहे सतर्क
बारिश से शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। डेंगू-मलेरिया के केस आने लगे हैं। ऐसे में सीएमओ ने सभी अस्पतालों को डेंगू मरीजों के लिए बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं।शहर में डेंगू के 32 केस रिपोर्ट हो चुके हैं। वहीं मलेरिया के 14 मरीजों का ब्योरा सीएमओ दफ्तर भेजा गया। शहर में हुई बारिश से मच्छरों का खतरा अब बढ़ रहा है। लिहाजा, सीएमओ ने सभी अस्पतालों को डेंगू वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं।नगरीय मलेरिया अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी के मुताबिक सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाना है। वहीं जिला अस्पतालों को 30 बेड डेंगू के लिए रिजर्व रखने हैं। जल्द ही सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया जाएगा।
यहां मिलेगा डेंगू का इलाज
ग्रामीण क्षेत्रों की 11 सीएचसी पर डेंगू के लिए बेड रिजर्व किए गए हैं। वहीं लोहिया संस्थान के सीएमएस डॉ. राजन भटनागर ने 20 बेड आरक्षित करने का दावा किया। वहीं बलरामपुर अस्पताल के प्रवक्ता एसएन त्रिपाठी ने 30 बेड, सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने 30 बेड रिजर्व बताए। ऐसे ही बीआरडी व आरएलबी में भी डेंगू मरीज के लिए बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर कुमार ने भी 30 बेड का वार्ड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित बताए हैं।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार, सिर, मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द
- कमजोरी लगना, भूख न लगना व मरीज का जी मिचलाना
- चेहरे, गर्दन, चेस्ट, पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना
- डेंगू हेमरेजिक में नाक, मुंह, मसूड़े व मल मार्ग से खून आना
- डेंगू शॉक सिंड्रोम में ब्लडप्रेश लो होना, बेहोशी होना
- शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगना
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- घर व आस-पास पानी को जमा न होने दें।
- कूलर, बाथरूम, किचन में जलभराव पर ध्यान दें
- एकत्र पानी में मच्छर भगाने का तेल स्प्रे करें।
- एसी की पानी टपकने वाली ट्रे को रोज साफ करें
- घर में रखे गमले में पानी जमा न होने दें।
- छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें
- पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज साफ करें