उत्तर प्रदेशलखनऊ

 अपराध करने वाली 2,79,296 गाड़ियों पर 8,71,353 चालान लंबित

स्वतंत्रदेश ,लखनऊराजधानी के तेलीबाग में शनिवार देर रात स्कार्पियो वाहन चालक ने कई को घायल कर दिया। उस पर कई गंभीर मुकदमे भी विभिन्न थानों में दर्ज हैँ। सड़क का कानून तोड़ने की घटनाएं लगातार हो रही हैँ, यही वजह है कि प्रदेश में अपराध करने वाले वाहनों की तादाद पौने तीन लाख से अधिक है।

इन वाहनों का कई-कई बार ई-चालान हो चुका है लेकिन, वाहन स्वामियों ने न तो चालान का भुगतान किया और न ही वाहन चलाने की स्टाइल बदली। वाहनों के बड़ी संख्या में चालान होने के बाद भी उनका धड़ल्ले से संचालन जारी है। परिवहन व यातायात विभाग इन पर अंकुश लगाने में सफल नहीं हो सका है।प्रदेश में जनवरी 2024 से जुलाई 2025 के दौरान सिर्फ 18 माह में 27,01,786 वाहनों के ई‑चालान जारी हुए, जिनकी राशि 1,411.20 करोड़ रुपये है। इनमें से 22,11,244 चालान (81.8 प्रतिशत) का भुगतान अब तक नहीं हो सका, इन वाहनों पर बकाया 790.45 करोड़ (56 प्रतिशत) रुपये है।

इनमें मल्टी आफेंडर यानी बहु अपराध करने वाले 2,79,296 वाहन हैं, जिन पर 8,71,353 चालान लंबित हैं, इन वाहनों पर 338.76 करोड़ रुपये बकाया है। इतना ही नहीं अधिक चालानों से जुड़े 2,21,538 मोबाइल नंबर हैँ, इन पर 10,66,151 चालान और धनराशि 432.94 करोड़ रुपये बकाया है। परिवहन विभाग के अनुसार 8,06,970 लंबित चालानों में मोबाइल नंबर नहीं है या गलत दर्ज है।

यह कार्रवाई शहरों व अन्य स्थानों पर लगे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानी आइटीएमएस कैमरों, परिवहन व यातायात पुलिस ने मोबाइल के जरिए हुई जरूर है लेकिन, उसका प्रभाव नहीं है, यही वजह है कि वाहन कई-कई चालान के बाद भी आराम से दौड़ रहे हैं।

केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को वाट्सएप चैटबाट की सुविधा शुरू करने की अनुमति दिया है। उसी के बाद से इस प्लेटफार्म का उपयोग अब शुरू हो रहा है।

प्रथम चरण में 14,04,274 संदेश भेजे जा रहे, यह पूरा हाेते ही दूसरे चरण में 2022 व 2023 के लंबित ई‑चालानों की सूचनाएं भी चैटबाट से भेजी जाएंगी। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने सभी वाहन स्वामियों से कहा है कि मिले ई‑चालान पर भुगतान करें। समय पर भुगतान से अतिरिक्त दंड या विधिक कार्रवाई से सकते हैँ।

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