नए संसद भवन को लेकर अब एनडीए का पलटवार
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:नए संसद भवन को लेकर मची रार अभी थमी नहीं है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और टीएमसी समेत 20 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने का एलान किया है। विपक्षी दलों का कहना है कि नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी के हाथों नहीं बल्कि राष्ट्रपति के द्वारा होना चाहिए।विपक्षी दलों के आरोपों पर अब एनडीए ने पलटवार किया है। एनडीए की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। इस बयान में विपक्षी दलों को खरी-खरी सुनाई गई है। पिछले नौ सालों में बार-बार हुए संसदीय नियमों की अवमानना के बारे में भी बताया। एनडीए ने कहा कि विपक्षी दलों ने बार-बार संसदीय प्रक्रियाओं-नियमों की अवमानना की है। कई बार सत्र को बाधित किया है। महत्वपूर्ण विधायी कामों के दौरान सदन का बहिष्कार किया है। बहिष्कार का फैसला लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की खुलेआम धज्जी उड़ाने की इसी कड़ी में आत्मघाती फैसला है।
बयान से जुड़े पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एनपीपी नेता और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, नगालैंड के मुख्यमंत्री और एनडीपीपी के नेफू रियो, सिक्किम के मुख्यमंत्री और एसकेएम नेता प्रेम सिंह तमांग, हरियाणा के डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला, आरएलजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, रिपब्लिकन पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, अपना दल (सोनेलाल) के नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल हैं।