उत्तर प्रदेशराज्य

योगी ने कहा, जनवरी तक आ जाएगी कोरोना वायरस की वैक्‍सीन

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :गोरखपुर में सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि जनवरी तक कोरोना वायरस की वैक्‍सीन आ जाएगी। कहा कि जब तक वैक्‍सीन नहीं आ जाती है तब तक कोरोना से बचने के लिये दूरी बनाना है व मास्क लगाना है। आज से सात वर्ष पहले भारत पूरी दुनिया को देखता था आज देश विकास के उस मुकाम पर खड़ा है, जहां अमेरिका, ब्रिटेन सहित दुनिया भर के देश भारत की ओर देख रहे हैं। यह मुमकिन हुआ है तो उस नेतृत्‍व की वजह से, जिसमें देश के विकास के लिए प्रतिबद्धता है। उन्‍होंने कहा कि भारत में लागू की गई नई शिक्षा नीति देश में बड़ा परिवर्तन लाएगी। आज हर बच्‍चा तकनीक से जुड़ा है। अगर नकारात्मक शक्तियां बच्चे को घेर लेंगी तो उसको गलत रास्ते पर ले जाएंगी इसलिए तकनीक का सही इस्तेमाल होना चाहिए।

गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्‍थापक सप्‍ताह समारोह को बतौर अध्‍यक्ष संबोधित कर रहे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस की वैक्‍सीन जनवरी तक आ जाएगी।

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्‍थापक सप्‍ताह समारोह में बोल रहे थे सीएम

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्‍थापक सप्‍ताह समारोह को बतौर अध्‍यक्ष संबोधित कर रहे मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कोरोना की चुनौतियों पर विस्‍तार से चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि हर विपत्ति आपको एक अवसर देती है और सफलता आपको चुनौती। दोनों के बीच सामंजस्य स्‍थापित करने वाला ही सफल होता है। हमें कोरोना से भी लड़ना होगा और शिक्षा जगत के कार्यों को भी कोरोना से बचाते हुए करना होगा।

1932 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना हुई थी। हमारे पूर्वजों ने पूरे जीवन को पाप और पुण्य में बांट कर रखा है। अगर अच्छा किया तो पुण्य मिलेगा और बुरा करने पर पाप का भागी बनेंगे। आपका जीवन आपके कर्मों से ही आगे बढ़ता है। संस्था प्रमुख की टीम अगर साथ मिलकर उस संस्था को उंचाई पर ले जाना चाहेगी तो संस्था की उन्नति होगी और उससे जुड़े लोगों के लिए एक उदाहरण बनेगी। जीवन में हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के किये एक प्रेरणादाई व्यक्तित्व बनना होगा।

बड़ा परिवर्तन लाएगी नई शिक्षा नीति

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि भारत में जो नई शिक्षा नीति लागू की गई है वो बड़ा परिवर्तन लाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2031-32 में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 100 साल पूरे होंगे। ऐसे में इससे जुड़ी संस्थाओं को तबतक के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा और प्रदेश की अन्य शिक्षण संस्थाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनना होगा।

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