लखनऊ में पूर्व एमएलसी कांति सिंह का आरोप
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग गरिमा है लेकिन पार्टी के कुछ कार्यकर्ता पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। इस बुद्धिजीवियों के चुनाव को पूरी तरह से सत्तादल द्वारा निकाय चुनाव जैसा बनाकर हाईजैक कर लिया गया। स्नातक लखनऊ निर्वाचन खंड की पूर्व एमएलसी कांति सिंह सोमवार को पत्रकारों से वार्ता के दौरान बोल रही थीं।

25 मिनट बैठे रहे धरने पर अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी ने कन्नौज में किसान आंदोलन के समर्थन में किसान यात्रा का आयोजन किया था। इसके लिए अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था, लेकिन पुलिस ने उनके आवास विक्रमादित्य मार्ग पर देर रात से ही पहरा बिठा दिया। इसकी जानकारी मिलते ही कार्यकर्ता जुटने लगे और देखते ही देखते वहां कई सपा के नेता जुट गए। दोपहर में फिर अखिलेश यादव घर से बाहर आए। उन्होंने पुलिस बैरिकेटिंग तोड़ते हुए बंदरियाबाग चौराहे पर धरने पर बैठ गए। उनके साथ कार्यकर्ता भी धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने सत्तापक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारा वाहन भी जब्त कर लिया गया है। बहरहाल, 25 से 30 मिनट बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर इको गार्डन ले गई।
पूर्व एमएलसी व कांति सिंह के पति एसपी सिंह ने बताया कि शिक्षक और स्नातक बुद्धिजीवियों का चुनाव है जिसमें कभी भी, किसी भी ब्लाॅक प्रमुख और स्थानीय निकायों के चुनावों जैसा वर्ताव नहीं किया जाता था, लेकिन इस बार धन बल और सरकारी मशीनरी द्वारा दबाव बनाकर मतदाताओं को धमकाया गया और लोकतंत्र की हत्या की गई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्यालय प्रबंधकों पर दबाव बनाया गया।
मतदान एवं मतगणना के समय सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा का प्रयोग करते हुए हमारे एजेंटों को मारा एवं धमकाया गया, हमारी महिला एजेंटों से अभद्र व्यवहार किया गया, उन्हें चोट पहुंचाना तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित कर आज के लोकतंत्र का उदाहरण प्रस्तुत किया गया। हर जिले में हमारे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को थाने में बिठा के रखा गया जिससे वह लोग वोट डलवाने का मैनेजमेंट न कर सके, फिर भी काफी पोलिंग आप लोगों ने हमारे पक्ष में की।