गजानन के वंदन के साथ हुआ विसर्जन
गणपति बप्पा की आरती और जयकारे के साथ सोमवार को गणेशोत्सव समितियाें की ओर से विसर्जन किया गया। किसी ने भूमि विसर्जन तो काेई घर के एक्वेरियम में विसर्जन कर पूर्णाहुति की। महानगर स्थति श्री श्याम सत्संग भवन में स्थापित मनौतियों के राजा का परिसर में स्थापित स्वीमिंग पूल में विसर्जन किया गया। इससे पहले सुबह से ही उनके नाम पत्र लिखकर श्रद्धालुओं ने बॉक्स में डाले। किसी ने कोरोना से समाज को मुक्त करने की कामना की तो किसी ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने की कृपा का वरदान मांगा।
कमेटी के संरक्षक भारत भूष्रण गुप्ता ने बताया कि देर शात मनौतियों के राजा के नाम से लिखे पत्र के साथ विसर्जन किया गया। कमेटी के सतीश अग्रवाल ने बताया कि मिट्टी की प्रतिमा का पानी मेें विसर्जन किया गया। विसर्जन से पहले मनौतियों के बाबा की विधि विधान से पूजा की गई। घरों में स्थापित प्रतिमाओं का घर के अंदर और पार्क मेें विसर्जन किया गया। शहीद स्मारक, झूलेलाल पार्क, श्री खाटू श्याम मंदिर, कुड़ियाघाट समेत गोमती के घाटों पर बैरीकेडिंग होने से श्रद्धालु घर में और आसपास के पार्क में भूमि विसर्जन कर रहे हैं। मंगलवार काे राजधानी में चल रहे सभी गणोत्सव का विसर्जन के साथ समापन हो जाएगा।
महाकाल के गजानन स्वरूप की आराधना
राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर में महाकाल की गजानन स्वरूप में श्रृंगार कर आरती उतारी गई। संयोजक अतुल कुमार मिश्रा ने बताया कि शारीरिक दूरी के साथ गजानन के स्वरूप का पूजन किया गया। अमीनाबाद के राजा की आरती के साथ ही उन्हेें मोदक का भोग लगाया गया। संयोजक अतुल अवस्थी ने बताया कि मंगलवार को शारीरिक दूरी के साथ सई नदी में विसर्जन किया जाएगा। कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। रामनगर में स्थापित गजानन की पूजा के साथ आरती उतारी गई। संयोजक राज श्रीवास्तव ने बताया कि उमेश चंद्र श्रीवास्तव की मौजूदगी में आरती के साथ विसर्जन किया जाएगा। इससे पहले कोरोना से समाज को मुक्त करने की कामना की गई। बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में गजानन को 101 किलो लड्डू का भोग लगाया गया।