उत्तर प्रदेशलखनऊ

अव‍िनाश से पीछे हुईं कांत‍ि स‍िंंह,छठे चरण में उलटफेर

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :स्नातक  लखनऊ खंड निर्वाचन चुनाव की मतगणना के छठे चरण मेंं बड़ा उलटफेर हुुुुआ। पांच चरणों से पीछे चल रहे भाजपा के उम्मीदवार अवनीश कुमार सिंह छ्ठे  चरण की मतगणना में निर्दलीय कांति सिंह से 513 वोट से आगे हो गए हैंं। इस राउंउ के नतीजे के बाद भाजपा उम्मीदवार अवनीश कुमार स‍िंंह के खेेेेमे मेंं उत्‍साह का माहौल नजर आया।

चौथे चरण में 1149 मतों से कांति सिंह भाजपा उम्मीदवार से आगे चल रही थीं। शनिवार को सुबह जहां कांति सिंह के समर्थकों में उत्साह नजर आ रहा था दूसरी ओर भाजपा के उम्मीदवार अविनाश कुमार के खेमे में मायूसी छाई हुई थी।

गौरतलब हैै क‍ि पांचवें चरण में निर्दलीय उम्मीदवार कांति सिंह भाजपा के अवनीश कुमार सिंह से आगे चल रही थींं। चौथे चरण में 1149 मतों से कांति सिंह भाजपा उम्मीदवार से आगे चल रही थीं। शनिवार को सुबह पांचवें चरण में भी 740 वोटों से उनसे आगे रहने से एक ओर जहां कांति सिंह के समर्थकों में उत्साह नजर आ रहा था दूसरी ओर भाजपा  के उम्मीदवार अविनाश कुमार के खेमे में मायूसी छाई हुई थी। हर राउंड खत्म होने के साथ ही अगले राउंड की शुरुआत करने से पहले मतगणना को लेकर कार्यकर्ताओं में मंथन किया जा रहा था। ठंड के बावजूद दोनों ही पक्ष के एजेंट मतगणना स्थल पर डटे रहे। कभी मतपत्रों की गिनती को लेकर तो कभी प्रशासनिक लापरवाही को ले कर हंगामा हो रहा था।  सुरक्षा बंदोबस्त के बीच  मतगणना चलती रही। वहीं कांति सिंह के समर्थकों का आरोप है कि प्रशासन वोटों को अवैध करने में लगा है जिससे सत्ताधारी दल उम्मीदवार को फायदा हो सके।

सेल्फी लेने पर हंगामा, हटाये गए नायब तहसीलदार

शुक्रवार की देर रात मतगणना में लगे नायब तहसीलदार रमन द्वारा निर्दल उम्मीदवार कांति सिंह के पति व पूर्व एमएलसी एसपी सिंह के साथ सेल्फी ले लिया। इस पर भाजपा के समर्थकों ने जहां इसका विरोध किया वहीं जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मामला बढ़ता देख उन्हें मतगणना स्थल से हटा दिया। भाजपा उम्मीदवार अवनीश कुमार का आरोप है कि नायब तहसीलदार स्ट्रांग रूम में सेल्फी ले रहा था। सवाल ये उठता है कि वह वहां कैसे गया प्रशासन को इसकी जांच कर कार्यवाही करनी चाहिए।

लगातार किए गए संघर्ष ने उन्हें सफलता दिलाई है : प्रत्याशी उमेश द्विवेदी 
जीत दर्ज करने के बाद भाजपा प्रत्याशी उमेश द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों के लिए लगातार किए गए संघर्ष ने उन्हें सफलता दिलाई है उन्होंने जीत का श्रेय अपने साथियों को दिया। उमेश द्विवेदी रायबरेली ज़थित सरस्वती इंटर कॉलेज अरखा ऊंचाहार के प्रधानाध्यापक हैं और वर्ष 2008 से वित्तविहीन शिक्षकों की आवाज उठा रहे हैं। वर्ष 2014 में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी

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