डबल मर्डर केस पुलिस ने किशोरी की मनोचिकित्सक से इलाज की सलाह दी..
मां और भाई की हत्या का आरोप जिस किशोरी पर लगा है उसका इलाज मनोचिकित्सक से कराने की सलाह दी गई है। राजधानी पुलिस ने लिखापढ़ी में इसका जिक्र किया है और उसकी काउंसलिंग कराने की बात कही है। पुलिस आयुक्त के मुताबिक किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। मनोचिकित्सक से इलाज की सलाह दी गई है। किशोरी की काउंसिलिंग के दौरान कई अजीबोगरीब बातें सामने आई है।
बताया जा रहा है कि किशोरी जिस कमरे में रहती थी उसे ही वह अपनी दुनिया मानने लगी थी। कमरे में उसने कई सारे इमोजी बनाए थे। यही नहीं छानबीन में पता चला है कि किशोरी मौत और उसके रहस्यों से संबंधित किताबें पढ़ रही थी। यही वजह है कि वह अवसाद में चली गई और उसे कई तरह के ख्याल आने लगे। किशोरी ने पूछताछ में तीसरी दुनिया से संपर्क होने की बात कही है। पुलिस किशोरी के मोबाइल फोन की पड़ताल कर रही है। इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है कि किशोरी किसी ऑनलाइन गेम से प्रभावित तो नहीं थी। मालिनी के मोबाइल फोन की पुलिस ने पड़ताल की है, जिससे पता चला है कि आखिरी बार शनिवार सुबह करीब 10 बजे उन्होंने अपनी मां को फोन किया था। इसके बाद उनकी किसी से फोन पर बात नहीं हुई थी।
बिखर गया कुनबा, हर तरफ खामोशी
आरडी बाजपेयी का हंसता खेलता परिवार पल भर में बिखर गया। पोस्टमार्टम हाउस से लेकर घर तक मातमी सन्नाटा पसरा था। अगर कुछ सुनाई पड़ रही थी तो वह थीं परिवार के लोगों की सिसकियां। पोस्टमार्टम हाउस आए बाजपेयी के परिवारजन गमगीन थे। हर कोई यही कह रहा था कि किसी ने सोचा नहीं था कि बाजपेयी को ऐसे भी दिन देखने पड़ सकते हैं। अचानक से उनके परिवार की खुशियां इस तरह तहस नहस हो जाएगी और बाजपेयी को पत्नी और जवान बेटे को मुखाग्नि देनी पड़ेगी।