गुजरात से आईएस एजेंट गिरफ्तार यूपी में 8 महीने पहले पकड़े गए आतंकी के संपर्क था
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को गुजरात के पश्चिमी कच्छ से पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए एजेंट के तौर पर काम करने वाले राजाभाई कुंभार को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने शुक्रवार को राजाभाई के घर छापेमारी की थी। तब अहम दस्तावेज मिले थे। यह भी पता चला कि राजाभाई के जरिए यूपी में 8 महीने पहले पकड़े गए आतंकी को पैसे पहुंचे थे। राजाभाई मुंद्रा डॉकयार्ड में एक सुपरवाइजर है।
दरअसल, इसी साल 19 जनवरी को उत्तर प्रदेश एटीएस और मिलिट्री इंटेलीजेंस यूनिट ने वाराणसी से आईएसआई एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया था। राशिद चंदौली जिले के मुगलसराय का रहने वाला है। वह सेना के अलावा सीआरपीएफ के ठिकानों की महत्वपूर्ण सूचनाएं आईएसआई को भेजता था। राशिद ने पूछताछ में राजाभाई के बारे में बताया था। जनवरी 2020 में लखनऊ के गोमती नगर थाने में यूपी एटीएस ने राजाभाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
आईएस हैंडलर्स के संपर्क में था राशिद
राशिद के पास से एक मोबाइल बरामद किया गया था। एटीएस और एनआईए की जांच में यह पता चला कि राशिद आईएस के संपर्क में था। वह दो बार पाकिस्तान भी जा चुका है। वहां आईएस एजेंटों से मुलाकात कर चुका है। उसने भारत में कुछ संवेदनशील जगहों, आर्मी और सीआरपीएफ कैंपों की रेकी की। उनकी फोटो और वीडियो भेजे थे। इसके एवज में आईएस एजेंटों ने रुपए और गिफ्ट भेजे थे।
5 हजार रुपए खाते में भेजे थे
राशिद से पूछताछ में पता चला था कि आरोपी राजाभाई कुंभार ने एक अन्य शख्स रिजवान के खाते में पेटीएम के जरिए 5 हजार रुपए भेजे थे। जो मुख्य आरोपी राशिद को भुगतान हुआ था। यह रुपए तस्वीरें भेजने के एवज में आईएस हैंडलर्स के निर्देश पर दिए गए थे।