हाउस टैक्स के साथ अब प्रदेश में वाटर टैक्स और सीवर कर की वसूली होगी अनिवार्य
स्वतंत्रदेश,लखनऊसीवर कर और जलकर की चोरी करने वालों पर अब सख्ती की जाएगी। सरकार शहरों में जलापूर्ति और सीवर का कनेक्शन लेने वालों से गृहकर के साथ जलकर व सीवर कर की वसूली अनिवार्य होगी। निकायवार इसकी जांच कराई जाएगी कि अब तक कितने घरों और प्रतिष्ठानों में इसका कनेक्शन होने के बाद भी टैक्स नहीं दिया जा रहा है। निकायों द्वारा ऐसे लोगों को नोटिस देकर वसूली शुरू की जाएगी।प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन और अमृत-एक में सीवर लाइन और जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा किया जा चुका है। घरों में कनेक्शन देने का काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि करीब साढ़े चार लाख घरों व प्रतिष्ठानों में कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें अधिकतर में कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी लोगों द्वारा गृहकर के साथ सीवर और जलकर नहीं दिया जा रहा है। इसीलिए अभियान चलाकर इनसे वसूली की तैयारी है।

निकायवार यह सर्वे में देखा जाएगा कि कनेक्शन लिए हुए कितना समय हुआ है। इसके आधार पर उनको नोटिस देते हुए वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। तय समय से टैक्स जमा न करने वालों से ब्याज के साथ वसूली की भी तैयारी है। उच्च स्तर पर हुई बैठक में इस बात पर भी नाराजगी जताई गई है कि निकायों द्वारा टैक्स वसूली में लापरवाही क्यूं बरती जा रही है। इसके जिम्मेदारों से भी जवाब-तलब करने की तैयारी है।
तीनों टैक्स एक साथ लेंगे
शासन स्तर पर यह पहले ही तय किया जा चुका है कि नगर निगमों में गृहकर के साथ जलकर व सीवर कर की वसूली एक साथ की जाए। इसके बाद भी निकायों द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है। यह भी देखा जाएगा कि आदेश के बाद भी वसूली के लिए एकीकृत नोटिस क्यूं नहीं दी जा रही है। नगर निगमों से यह रिपोर्ट मांगी गई है कि तीनों टैक्स वसूली के लिए कितने बिल अब तक जारी किए गए हैं और कितनों से एक साथ इनकी वसूली हो रही है। नगर निगमों द्वारा वसूली के लिए अब तक कितने प्रयास किए गए हैं।




