उत्तर प्रदेशराज्य

अब नहीं लगाना पड़ेगा लंबा चक्कर,आउटर रिंग रोड के पास बसे गांवों को ये सुविधा देने जा रहा NHAI

 स्वतंत्रदेश ,लखनऊआउटर रिंग रोड के चारों तरफ बसे सैकड़ों गांवों के लोगों की सहूलियत के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाने का काम पूरा कर लिया है। अब एक तरफ गांव के लोग दूसरी तरफ बसे गांव भी जा सकेंगे और दोनों तरफ स्थित मार्गों से जुड़ भी गए हैं।105 किमी. आउटर रिंग रोड पर यह सुविधा करीब एक दर्जन गांवों के पास दी गई है। यही नहीं अभी तक आउटर रिंग रोड की सड़क कई जगह ऊपर नीचे थी, कुछ खराब भी थी, लेकिन वर्तमान में इसे बेहतर तरीके से बना दिया गया है।आउटर रिंग रोड पर लोग चढ़ने से पहले डरते थे, क्योंकि स्लिप रोड कहां उतर रही है और कहां से चढ़ रही है, इसको लेकर लोगों में भ्रम रहता था। अब साइन बोर्ड जगह-जगह लगा दिए गए हैं। सोलर से चलने वाले कैमरे, वाहनों की गति दर्शाने वाले स्पीडो मीटर भी लगा दिए गए हैं। कई स्थानों पर अभी यह लग भी रहे हैं।

अयोध्या रोड स्थित गोयल इंजीनियरिंग कालेज से आउटर रिंग रोड पर चढ़ते ही पहले 11 किमी. का किसान पथ है, इसके बाद आउटर रिंग रोड को सुलतानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, रायबरेली राजमार्ग, कानपुर राजमार्ग, सीतापुर राजमार्ग सहित बाराबंकी व हरदोई से जोड़ा गया है।

पूरे आउटर रिंग रोड पर गांवों के नाम जगह-जगह दर्शाएं गए हैं, यहीं नहीं यात्रियों के बैठने व बसों को ठहराव के लिए अभी से स्टापेज बना दिए गए हैं, यहां लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां तक लगाई गई हैं। वहीं एफओबी जहां बनाए गए हैं वह गांव रैथा, सैदपुर, सराय प्रेमराज, शिवखर गांव सहित कई है।वहीं आउटर रिंग रोड पर भविष्य में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए वैरिएबल मैसेज साइन बोर्ड (वीएमएसबी) लगाने की योजना है। यह आउटर रिंग रोड पर चलने वाले लोगों को बताएगा कि आगे क्या जाम लगा है या नहीं ?

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