उत्तर प्रदेशराज्य

दांव पर भाजपा व सपा की प्रतिष्ठा

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में सात विधानसभा सीट के लिए आज के मतदान में सत्ता पर काबिज भाजपा के साथ ही समाजवादी पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा के पास सात में से छह सीट है जबकि समाजवादी पार्टी के पास एक सीट है। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी तथा कांग्रेस भी जोश के साथ मैदान में हैं। कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के छह-छह प्रत्याशी मैदान में हैं तो भाजपा व बसपा सातों सीट पर ताल ठोंक रही है। सपा ने बुलंदशहर सीट अपने सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल को सौंप दी है तो कांग्रेस के प्रत्याशी का टूंडला सुरक्षित सीट से नामांकन ही खारिज हो गया।

कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के छह-छह प्रत्याशी मैदान में हैं तो भाजपा व बसपा सातों सीट पर ताल ठोंक रही है।

विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान को मतदान के बाद दस को आने वाले परिणाम पूरब से पश्चिम तक वर्ष 2022 के आम चुनाव से पहले सियासी मिजाज का संकेत देंगे। इस चुनाव को लेकर भाजपा की गंभीरता का अंदाज तो इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री और दर्जनों मंत्रियों ने पार्टी के किलों को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा का प्रदेश संगठन भी खासा सक्रिय रहा। प्रमुख विपक्षी दलों के नेता सपा के मुखिया अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने उपचुनाव के प्रचार से दूरी बनाए रखी। इन दलों के प्रत्याशियों ने अपना पूरा जोर लगाया है। इनके प्रदेश स्तर के नेता भले ही प्रचार कार्यक्रमों में लगे रहे।

मल्हनी में तय होगा लकी यादव का राजनीतिक भविष्य

जौनपुर जिले की मल्हनी सीट पर सपा नेता पारसनाथ यादव के वारिस लकी यादव का राजनीतिक भविष्य तय करेगी। मुलायम सिंह यादव तथा अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पारसनाथ यादव के निधन के कारण होने वाले यहां के चुनाव में भाजपा ने नया प्रत्याशी उतारा है तो दबंग निर्दलीय धनंजय सिंह ने भी मजबूत कदम बढ़ाया है। यहां बसपा ने जयप्रकाश दुबे और कांग्रेस ने राकेश मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। यादव बहुल सीट पर लकी को सहानुभूति लहर की उम्मीद है।

देवरिया में तो विजेता कोई त्रिपाठी ही होगा

देवरिया सदर सीट पर भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस ने ब्राह्मण उम्मीदवार उतारे हैं। यह इत्तेफाक है कि सभी प्रत्याशी त्रिपाठी हैं। भाजपा ने डॉ. सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी को मैदान में उतारा है। कांग्रेस से मुकुंद भाष्कर मणि त्रिपाठी और बसपा से अभयनाथ त्रिपाठी मैदान में हैं।

नौगावां सादात : भाजपा-सपा एक बार फिर आमने-सामने

अमरोहा की नौगावां सादात सीट पर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव की तरह भाजपा और सपा के बीच सीधे मुकाबले के आसार हैं। बसपा इस बार चुनाव को त्रिकोणात्मक बना रही है। पूर्व क्रिकेटर व मंत्री चेतन चौहान के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव में भाजपा ने उनकी पत्नी संगीता चौहान को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने मौलाना जावेद आब्दी तथा बसपा ने फुरकान अहमद को मोर्चे पर लगाया है। भाजपा ने चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान को उम्मीदवार बनाया है। अहम सवाल यह है कि क्षेत्र की जनता क्रिकेटर व राजनीतिज्ञ रहे चेतन चौहान की पत्नी को उनकी विरासत सौंपती है या नहीं। सपा ने यहां मौलाना जावेद आब्दी और बसपा ने फुरकान अहमद को प्रत्याशी बनाया है।

घाटमपुर में मतदाताओं को बूथ तक लाने की सबसे बड़ी चुनौती

कानपुर के घाटमपुर में सभी धुरंधर कानपुर नगर की घाटमपुर सुरक्षित सीट पर प्रदेश सरकार की मंत्री कमलरानी वरुण के निधन के कारण चुनाव हो रहा है। यहां भाजपा से उपेंद्रनाथ पासवान, सपा से पूर्व विधायक इंद्रजीत कोरी, बसपा से कुलदीप शंखवार और कांग्रेस से डॉ. कृपा शंकर उम्मीदवार हैं। यहां सर्वाधिक मतदाता दलित समाज के हैं।

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