लूट का छह किलो सोना पार करने में बुरे फंसे पुलिसकर्मी
स्वतंत्रदेश ,लखनऊचिनहट में मटियारी के पास इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर से चोरी हुए सोने की बरामदगी में हेराफेरी करने से एक बार फिर खाकी दागदार हो गई। यह आरोप डीसीपी पूर्वी की स्वाट टीम पर लगा है। आरोप है कि बरामदगी के दौरान सोना पार कर दिया गया है।उच्चाधिकारियों से शिकायत होने के बाद डीसीपी पूर्वी शंशाक सिंह ने अपने विशेष दस्ते (स्वाट और सर्विलांस टीम) को भंग कर सभी की जांच एडीसीपी पंकज कुमार सिंह को जांच सौंपी है। उन्होंने सभी को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्वी क्राइम की स्वाट टीम पहली बार सवालों के घेरे में नहीं आई है। इससे पहले भी कई मामलों की शिकायत डीसीपी पूर्वी के पास पहुंच चुके हैं। उन शिकायतों पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई थी। अब डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह पुरानी शिकायतों का हवाला देते हुए स्वाट टीम को भंग करने की बात कह रहे हैं।

महीनों से चल रहा था खेल
पूर्वी जोन की स्वाट टीम में यह पुलिसकर्मी दो वर्षों से तैनात हैं। पहले से खेल चल रहा है, जिसकी जानकारी सभी अधिकारियों को है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुआ। अब बिना सह के इतना बड़ा खेल कैसे हो सकता है?
गाजीपुर में दबिश देने गई थी स्वाट टीम
अब तक की जांच में सामने आया है कि बैंक में चोरी के बाद इनपुट के आधार पर पूर्वी जोन की स्वाट टीम में तैनात दारोगा सतीश कुमार, सिपाही अजय कुमार, मनोज कुमार सिंह और हितेश सिंह गाजीपुर जिले में दबिश डालने गए थे। वहां से माल बरामद करने के बाद ये लोग लौटे और मनोज को छोड़ सभी तत्काल छुट्टी पर चले गए।पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह लोग चार से पांच दिन तक गायब रहे। इस दौरान उच्चाधिकारियों ने कार्रवाई पूरी कर ली। तब ये लोग लौटे। वहीं, बीते दिन बैंक मैनेजर ने चोरी हुए माल की जानकारी दी तो 12 किलो सोना चोरी होने की बात कही। जिसकी पुष्टि पुलिस ने भी की है।
जांच के दिए आदेश
माल का मिलान किया गया तो गड़बड़ी सामने आई। लाखों रुपये का सोना गायब था। ग्राहकों में एक सेवानिवृत्त अधिकारी की शिकायत पर स्वाट टीम को हटाकर जांच के आदेश दिए गए हैं।