कन्नौज कांड में नया मोड़: किशोरी की बुआ की भाजपा के बड़े नेताओं का साथ तस्वीरें
स्वतंत्रदेश , लखनऊपूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के साथ रात में अपनी भतीजी के साथ मिलने के लिए पहुंची महिला को लेकर कई नई जानकारी सामने आ रही है। अब तक उसे नवाब सिंह यादव का करीबी माना जा रहा था। वह खुद भी अपने बयान में यह कह चुकी है कि उनसे पहचान होने की वजह कर ही वह लखनऊ से घर जाने के दौरान यहां मिलने पहुंची थी। इसी बीच उसी महिला की कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वह भाजपा के बड़े नेताओं के साथ मौजूद है। इसमें वह कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, सदर से विधायक और समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष नेहा त्रिपाठी, दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी सहित कई नेताओं के साथ उसकी सेल्फी ने भी सियासी चर्चा को नया मोड़ दे दिया है। सपा इसी बहाने उसे भाजपा का कार्यकर्ता बता रही है। हालांकि भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि वह उसे नहीं जानते हैं। भाजपा में अगर सक्रियता होती तो वह पहचानते।उनके मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान भी वह उन्हें किसी कार्यक्रम में नहीं दिखी। कहा कि किसी के साथ तस्वीर का होना उससे नजदीकी होने का सुबूत नहीं हो सकता है।
नवाब के बहाने सुब्रत ने अखिलेश पर बोला हमला
पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के खिलाफ हुई कार्रवाई और उसके बाद सपा की ओर से पल्ला झाड़ने के मुद्दे को भाजपा ने लपक लिया है। यहां के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने नवाब सिंह यादव का नाम लेकर अखिलेश यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि छात्रा को अपन कॉलेज में नौकरी का लालच देकर बुलाना और उसके साथ दरिंगदी करना यह दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं का असली चेहरा क्या है।कहा कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव यह स्पष्ट करें कि अब पल्ला झाड़ने से पहले निष्कासन की कार्रवाई कब की गई थी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान नवाब सिंह यादव यहां शहर के बोर्डिंग ग्राउंड में हुए इंडी गठबंधन की रैली में मंच पर किस हैसियत से मौजूद था।सभी लोग जानते हैं कि नवाब सिंह यादव ने अखिलेश यादव के लिए घूम-घूमकर वोट मांगे थे। कहा कि सपा के पल्ला झाड़ने से हकीकत बदलने वाली नहीं है। कहा कि अयोध्या में दुष्कर्म का आरोपी मुसलमान था तो सपा ने उसक समर्थन में बयान दिया।यहां आरोपी हिंदू है तो पार्टी पल्ला झाड़ रही है। इससे जाहिर होता है कि पार्टी में हिंदू-मुसलमान संघर्ष चल रहा है। कहा कि अगर नवाब सिंह गलत नहीं है तो वह देर रात में किसी महिला से मिलने अपने कॉलेज क्यूं गए थे। कहा कि ऐसा लग रहा है कि उनका शिकार करने के लिए यह सब हुआ हैअपने साथ नवाब सिंह यादव की फोटो वायरल होने पर कहा कि किसी कार्यक्रम में मुलाकात हुई थी, इसका कोई अलग मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। कहा कि वैसे तो अखिलेश यादव की मुख्यमंत्री योगी जी के साथ भी फोटो आती रहती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।