उत्तर प्रदेशराज्य

महिलाओं व बच्चों के यौन उत्पीड़न पर सीएम योगी ने दिया जवाब

स्वतंत्रदेश,लखनऊयूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं व बच्चों पर होने वाले यौन उत्पीड़न पर आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर जवाब देते हुए कहा कि इन मामलों में आरोपियों को सजा देने में यूपी देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश के हर जिले में एक महिला थाना बनाया गया है। अगर 2016 से तुलना की जाए तो प्रदेश में यौन उत्पीड़न के मामलों में साढ़े 17 प्रतिशत की कमी आई है। दुष्कर्म के मामलों में 25 प्रतिशत की कमी आई है। मुख्यमंत्री योगी विधान परिषद में सपा विधायक द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब दे रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार महिला सुरक्षा के प्रति पूरी तरह गंभीर है। यही कारण है कि सरकार ने सत्ता में आते ही एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था और सबसे पहले इसका विरोध सपा ने ही किया था। उन्होंने कहा कि महिला और बाल अपराध निस्तारण में प्रदेश पहले नंबर पर है। प्रदेश के अंदर एक महिला थाना हर जनपद में स्थापित करने के साथ-साथ एक अतिरिक्त थाने की जिम्मेदारी भी महिला थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराया है। 2020 से हमारी सरकार प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ा रही है। मिशन शक्ति के अतंर्गत पिछले 7 वर्षों में हम लोगों ने करीब डेढ़ लाख पुलिस कर्मी की भर्ती की है। 2017 से पहले कुल 10,000 महिला पुलिस भर्ती हुई थी।  2017 से 2023 तक जो भर्तियां हुई हैं उसमें 20,000 महिला पुलिस की भर्ती हुई है। यानि आजादी के 70 वर्षों में जितनी भर्ती हुई उससे दोगुनी भर्ती पिछले 5 वर्षों में हुई है…ये सरकार महिला के सुरक्षा के प्रति गंभीर है।

आज यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन है। आज विधानसभा और विधान परिषद में अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया जाएगा।  इस बजट में कुंभ मेला, बसों की खरीद, औद्योगिक परियोजनाओं और 50 साल से ज्यादा पुराने पुलों के स्थान पर नए पुलों के निर्माण आदि मदों में धनराशि की व्यवस्था होगी।

इसके पहले सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। बिजली कटौती, प्रदेश में बाढ़ से तबाही, सूखा और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सपा ने जमकर हंगामा किया। सपा सदस्यों ने वेल में नारेबाजी भी की।

नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सूखा, बाढ़, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग रखी, तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नहीं माना। इस पर सपा सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। वहीं प्रश्न काल के बाद बिजली संकट पर चर्चा कराने की मांग को लेकर भी सपा ने सदन से बहिर्गमन किया।

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