लू और बुखार की चपेट में आने से मासूम समेत छह की मौत
स्वतंत्रदेश ,लखनऊमहोबा जिले में सुबह से निकल रही तेज धूप व गर्म हवाएं जानलेवा बन गई हैं। मंगलवार को लू और बुखार की चपेट में आने से मासूम समेत छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, जिला अस्पताल व निजी क्लीनिकों में उल्टी, दस्त व बुखार से पीड़ित मरीजों की भरमार रही। चिकित्सक बेहद जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं।
आग उगलती सूर्य की किरणों ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जनपद हमीरपुर के बिलहड़ी गांव निवासी जयकिशोर प्रजापति (52) ट्रक चालक था। मंगलवार को वह अपने भांजे बाबू प्रजापति के साथ गिट्टी लेने पत्थरमंडी कबरई जा रहा था। झांसी-मिर्जापुर हाईवे पर टोल प्लाजा रिवई के पास अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और वह अचेत हो गया। भांजे ने उसे सीट पर लेटाकर मुंह पर पानी की छींटे मारे और स्वयं ट्रक चालक चलाकर कबरई पहुंच जयकिशोर को सीएचसी में भर्ती कराया।
जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। भांजे ने मामा की मौत लू से होने की जानकारी पुलिस को दी है। इसी तरह पचपहरा निवासी पल्टू (60) राजस्व संबंधी कार्य से तहसील महोबा आया था। जहां वह अचेत होकर गिर गया। साथ आए गांव के कुछ लोग उसे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। थाना कबरई के खरका निवासी रामनारायण वर्मा (60) बकरियां चराने खेत गया था तभी उसे लू लग गई। तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लाए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोतवाली चरखारी के बम्हौरीकलां निवासी खलबल (58) सोमवार को खेत पर बकरियां चरा रहा था।जहां लू की चपेट में आने से हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। वहीं, थाना खरेला के पुन्नियां निवासी सुरेंद्र के दो माह के बेटे अंकित को दो दिन से बुखार आ रहा था। देर रात अचानक हालत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल लाए। जहां उपचार दौरान उसकी मौत हो गई। शेखूनगर निवासी शकीला बेगम (45) की सोमवार की शाम अचानक हालत बिगड़ गई। आनन-फानन परिजन उसे जिला अस्पताल लाए।जहां उपचार के बाद उसकी छुट्टी कर दी गई लेकिन घर पहुंचते ही दोबारा हालत बिगड़ने से उसकी जान चली गई। घटनाओं से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पवन कुमार अग्रवाल का कहना है कि तापमान बढ़ने से लोग हीटवेव का शिकार हो रहे हैं। जरूरत होने पर घर से बाहर निकले और थोड़ी-थोड़ी अंतराल में पानी जरूर पीते रहें।