होली पर काशी के बाजार गुलजार, राधे-राधे साड़ी महिलाओं की पहली पसंद
स्वतंत्रदेश ,लखनऊहोली के त्यौहार के अब कुछ ही दिन बाकी हैं। वृंदावन की होली के बाद काशी की रंगभरी होली और मसान की होली पर हर किसी की नजर टिकी होती है। ऐसे में इस पर्व को लेकर काशीवासियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा। काशी में मार्केट की रौनक लोगों का उत्साह और बढ़ा रही है।काशी के बाजारों पर होली का रंग दिखने लगा है। वाराणसी के थोक बाजार दालमंडी में गन और प्रेशर वाली पिचकारी के साथ गुजिया मशीन और कलरफूल हेयर एक्सटेंशन से दुकानें सज गई हैं। बच्चों में प्रेशर वाली पिचकारी की अधिक मांग है। तरह-तरह के मुखौटे भी बिक रहे हैं।वहीं होली में मेहमानों का स्वागत करने के लिए तरह- तरह के नमकीन, पापड़ और मठरी से भी बाजार पटा पड़ा है। बाजार में विभिन्न प्रकार के फ्लेवर और डिजाइन के चिप्स मिल रहे हैं। जिसमें वाराणसी के आलू के चिप्स खूब पसंद किए जा रहे हैं। होली पर फैशन की तो शहर के गोदौलिया मार्केट में सड़क के दोनों किनारों पर कपड़े की दुकानें रंग-बिरंगे ड्रेस से सजी हैं। ईयररिंग और कास्मेटिक्स की दुकानों पर महिलाओं की खूब भीड़ दिख रही है। ग्राहकों की भारी भीड़ खरीदारी करने पहुंच रही है।
राधे-राधे साड़ी और चिकनकरी कढ़ाई वाली कुर्तियों की डिमांड अधिक है। खास बात ये है कि राधे-राधे साड़ी की कीमत मात्र 600 रुपये है। वहीं चिकनकरी कुर्तियों की कीमत 300 से लेकर 1500 तक है। अबीर-गुलाल की सुगंध लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। ऐसे में छोटे- बड़े बाजार होली के रंग में रंगने लगे है। बाजारों में रंग व कपड़ों, पिचकारियों के साथ ही खान-पान, रंग बिरंगी टोपियों सहित कॉर्टून के मुखौटे लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हैं।
अबीर और गुलाल की ढेर सारी वराइटी बाजार में देखने को मिल रही। जिसमें हर्बल कलर भी शामिल है। इसके साथ ही कलरफूल गुब्बारे भी बिक रहे हैं। होली पर घर को खास तरीके से सजाने के लिए लोग आर्टिफिशियल प्लावर्स और डोर मैट की भी लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं।