यूपी के इस जिले में प्रशासन ने लोगों को जारी किए नोटिस
स्वतंत्रदेश ,लखनऊकस्बा में सिंचाई व लोक निर्माण विभाग ने अतिक्रमण के दायरे में आए 668 भवनों के स्वामियों को पिछले माह नोटिस दिए थे। इसमें 19 मार्च तक खुद अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी थी। यह तिथि नजदीक आते ही भवन स्वामी परेशान हैं। इसके चलते रविवार को दुकानदारों ने बैठक की।
भवनों का निर्माण उनके पूर्वजों में कराया था। भवन गिर जाने के बाद वह कहां रहेंगे और कहां व्यापार करेंगे। इससे अब वह राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाएंगे। साथ ही लोगों ने कहा कि यदि कार्रवाई नहीं रुकी तो वह होली नहीं मनाएंगे।
दुकानदारों ने कहा कि वह वर्ष 1942 से इन मकानों में रहे रहे हैं। वर्ष 2002 में नगर पंचायत ने अतिक्रमण हटाया था और भवन गिराए थे। जबकि अक्टूबर 2019 में उच्च न्यायालय में याचिका को आधार बनाकर लोक निर्माण विभाग ने अतिक्रमण हटाया था।
लोगों कहना है कि अभी उन्होंने अपने मकान की मरम्मत भी नहीं कर पाई है। अब फिर से मानसिंह की याचिका को आधार बना कर लोक निर्माण विभाग ने सड़क के मध्य से दोनों तरफ साथ 60-60 फीट अपनी जगह बताकर अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी है। लोगों को डर है कि चुनाव बाद उनके मकान न गिरा दिए जाएंगे। इधर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अरविंद पोरवाल ने कहा कि अगर नहर बाजार का मकान गिराए गए तो वह व्यापारियों के साथ प्रदर्शन करेंगे।