लक्षण से लगेगा कितनी है वेंटिलेटर की जरूरत
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना संक्रमित किस मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है, इसका अंदाजा अब लक्षण के आधार पर लगना संभव होगा। विशेषज्ञों ने देखा है कि फ्लू की तरह लक्षण( सिर दर्द, सुंगध में कमी, मांसपेशियों में दर्द, कफ, गले में खरास, सीने में दर्द) की परेशानी लेकिन बुखार नहीं है तो इन संक्रमित मरीजों में वेंटिलेटर की जरूरत काफी कम पड़ती है।
इन लक्षणों वाले केवल 1.5 फीसदी मरीजों वेंटिलेटर या ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूर पड़ती है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के शोध सिम्पटम कल्सटर इन कोविड -19 ए पोटेंशियल क्लीनिकल प्रिडिक्शन ट्यूल फ्रमा द कोविड सिम्पटम स्टडी एप के हवाला देते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि इन लक्षण के आधार पर मरीजों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
विज्ञानियों ने कोरोना पीड़ितों को उनके लक्षणों के मुताबिक, अलग-अलग 6 ग्रुप में रखकर शोध किया लक्षणों के आधार पर बताया इन्हें वेंटिलेटर की कितनी जरूरत पड़ेगी। अगर लक्षणों के आधार पर इस बात को समझ लें तो मरीज की हालत नाजुक होने से रोका जा सकता है। शोध कोरोना संक्रमित 1653 मरीजों पर किया गया है। गंभीर स्तर तीन और पेट , सांस लेने में परेशानी (सिर दर्द, सुगंध और भूख में कमीष कफ, बुखार, गले में खरास, चेस्ट पेन, थकान, कंफ्यूजन, मांस पेशियों में दर्द, सांस लेने में परेशानी, डायरिया, पेट में दर्द) के मरीजों में सबसे अधिक वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी। संजय गांधी पीजीआइ के आइसीयू एक्सपर्ट प्रो. जिया हाशिम और डॉ. अनिल गंगवार कहते है कि लक्षण पर नजर रखना बहुत जरूरी है यदि लंभीर लेवन थ्री के लक्षण है तो ट्रीट मेंट की विशेष प्लानिंग की जरूरत होती है।