उत्तर प्रदेशराज्य

मास्क न लगाया तो वसूला जाएगा जुर्माना

स्वतंत्रदेश,लखनऊ :राजधानी लखनऊ में मास्क न लगाना अब भारी पड़ेगा। यह लापरवाही बरतने वालों को मेडिकल स्टोर पर दवाई नहीं दी जाएगी। वहीं, चारबाग स्टेशन व लखनऊ जंक्शन पर बगैर मास्क के दिखने वालों से रेलवे प्रशासन सौ रुपये जुर्माना वसूलेगा। यह सख्ती संक्रमण काबू में करने के लिए की जा रही है।

                                                      प्रतीकात्मक तस्वीर

स्टेशनों पर आज से सख्ती शुरू
चारबाग स्टेशन व लखनऊ जंक्शन पर बगैर मास्क के यात्रियों व अन्य लोगों पर बृहस्पतिवार से सौ रुपये जुर्माना लगेगा। दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब व दक्षिण के राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। यहां से बड़ी संख्या में लोग रोजाना ट्रेनों में लखनऊ पहुंच रहे हैं। चारबाग स्टेशन पर 72 मेल-एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेनों का संचालन हो रहा है।

ऐसे ही लखनऊ जंक्शन पर 15 से अधिक ट्रेनों की आवाजाही है। इनमें लखनऊ मेल, पुष्पक, शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस जैसी प्रमुख ट्रेनें हैं। इनमें सफर करने वाले कोरोना को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं।

ऐसे में चारबाग व लखनऊ जंक्शन स्टेशन प्रशासन की अेार से औचक निरीक्षण किया जा रहा है। बगैर मास्क के यात्रियों को जागरूक किया जाता है, बावजूद इसके सभी यात्री मान नहीं रहे हैं। ऐसे में अब बगैर मास्क दिखने वाले यात्रियों पर सौ रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

 

मेडिकल स्टोर पर दवाई खरीदने के लिए मास्क लगाने की अनिवार्यता का कड़ाई से पालन होगा। लखनऊ केमिस्ट एसोसिएशन ने बुधवार को बैठक के बाद यह घोषणा की। जिमखाना क्लब में हुई कार्यकारिणी की बैठक में थोक और फुटकर दोनों विक्रेता थे।

एसोसिएशन अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी ने कहा कि होली को लेकर बाजार में भीड़ बढ़ गई है। वहीं, कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए अब बिना मास्क लगाए किसी भी व्यक्ति के साथ कारोबार नहीं किया जाएगा। यह व्यवस्था फुटकर तथा थोक दोनों बाजारों पर लागू होगी। वहीं, बाजारों में समय-समय पर सैनिटाइजेशन भी किया जाएगा। दवा कारोबारियों को टीकाकरण के लिए भी प्रेरित किया जाएगा।

मौके पर महामंत्री हरीश शाह ने फूड लाइसेंस के संबंध में जानकारी दी और कैंप के माध्यम से समस्या हल करने की बात कही। वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश कुमार ने ऑनलाइन दवा कारोबार को पूरी तरह से रोकने की मांग की।

उनके अनुसार इससे नशे और गर्भपात की दवाइयां लोगों तक आसानी से पहुंच रही हैं। एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अनुसार राजधानी में 25 हजार से ज्यादा दवा दुकानें हैं। इन पर रोजाना करीब 25 हजार लोग दवाई खरीदने आते हैं। इनमें लखनऊ के दूर-दराज के इलाके के साथ अन्य जनपद के विक्रेता भी होते हैं। इन दुकानों पर रोजाना करोड़ों का कारोबार होता है।

 

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