जहरीली होती जा रही राजधानी की आबोहवा
स्वतंत्रदेश ,लखनऊदिवाली की रात दिल्ली में जमकर हुई आतिशबाजी के बाद से की हवा बिगड़ी जा रही है। हर तरफ धुएं की चादर नजर आ रही है। जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। राजधानी में वायु गुणवत्ता भगवान भरोसे है। सरकार के साथ विभिन्न एजेंसियां सर्दियों में होने वाले वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हो रही है। बुधवार को पूरे एनसीआर शहरों में दिल्ली का एक्यूआई एक बार फिर गंभीर श्रेणी में बना रहा, गुरुवार को भी यही स्थिति नजर आ रही है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार सुबह ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। एक्यूआईसीएन के मुताबिक सुबह आठ बजे जहांगीरपुरी में 556 एक्यूआई दर्ज किया गया। वहीं, आनंद विहार में 453, नरेला में 482, पंजाबी बाग में 481, आरकेपुरम में 430 दर्ज किया गया है।
शनिवार तक ऐसे ही रहेंगे हालात
दिवाली के बाद लोगों ने गंभीर श्रेणी की हवा में सांस ली। ऐसे में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। मौसमी बदलाव व हवाओं की दिशा बदलने के चलते दिल्ली का एक्यूआई समग्र रूप से गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। कमोबेश यही स्थिति शनिवार तक बने रहने की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवा के कारण प्रदूषित कण वातावरण में फैल नहीं पा रहे, जिस कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
सीपीसीबी के सर्वर में आई दिक्कत
सर्वर में आई खराबी के चलते दिल्लीवालों को बुधवार को प्रदूषण के स्तर का सही अपडेट नहीं मिल पाया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मोबाइल एप में प्रतिघंटे मिलने वाला वायु सूचकांक नहीं मिल रहा है। यह स्थिति बीते दो-तीन दिन से जारी है। दमघोंटू हवा के चलते आम लोगों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक के बारे में रियल टाइम अपडेट जानने की इच्छा पैदा हुई है, लेकिन लोगों को निराशा हाथ लग रही है।