राज्यलखनऊ

 भारत में 90 हजार से ज्यादा स्टार्टअप पंजीकृत, यह दुनिया में चौथे स्थान पर

स्वतंत्रदेश , लखनऊडॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में रविवार को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम की जयंती इनोवेशन डे के रूम में मनाई गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि हाल ही में आई स्टार्टअप रिपोर्ट के अनुसार भारत में 90 हजार से ज्यादा स्टार्टअप पंजीकृत हैं। जो कि दुनिया में चौथे स्थान पर है। वहीं स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टम के मामले में देश दुनिया में तीसरे पायदान पर स्थित है जबकि उत्तर प्रदेश में दस हजार के करीब स्टार्टअप पंजीकृत हैं।इससे पता चलता है कि पिछले कुछ सालों में स्टार्टअप को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयास का परिणाम अब दिखने लगा है। युवा प्रतिभा अपने आइडिया से समाज की सस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है लेकिन हमें उन आइडिया को स्टार्टअप और फिर सफल बिजनेस मॉडल के रूप में विकसित करना होगा। 

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप का अर्थ है हमारी आसपाास की समस्याओं का अपने आइडिया के जरिये समाधान देना साथ ही उस आइडिया को स्टार्टअप में बदलकर वृहद स्तर पर बिजनेस में बदलना। युवाओं के लिए जरूरी है कि वो नौकरी करने की मानसिकता से बाहर निकलकर अपने आसपास की समस्याओं को पहचानें और फिर उन्हें दूर करने का आइडिया विकसित करें। कहा कि हर बड़ा काम छोटी शुरूआत से होता है। इसलिए स्टार्टअप भी छोटे से शुरू करना होगा। कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने छात्रों के लिए संभावनाओं के नये द्वार खोले हैं। अब पाठ्यक्रम में लचीलापन है। यदि कोई छात्र पढ़ाई के दौरान ही अपना स्टार्टअप या अन्य कोई काम शुरू करना चाहता है तो उसे ब्रेक दिया जा सकता है।

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि युवाओं की आंखों में सपने हैं और वे कुछ बड़ा करना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें अवसर देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उनके सपने को पूरा करने के लिए स्टार्टअप एक बड़ा अवसर है। युवा स्टार्टअप के जरिये न केवल अपने सपने को हकीकत में बदल सकते हैं बल्कि प्रदेश और देश की प्रगति में भागीदार भी बन सकते हैं। इस मौके पर प्लानिंग विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार, यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन की प्रबंध निदेशक नेहा जैन, कुलपति प्रो. जेपी पांडेय आदि उपस्थित थे।

स्टार्टअप प्रदर्शनी ने किया आकर्षित
स्टार्टअप संवाद के दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये स्टार्टअप की प्रदर्शनी लगाई गई। इसका निरीक्षण मुख्य अतिथि मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र व अन्य अतिथियों ने किया। अतिथियों ने स्टार्टअप प्रोडक्ट की जानकारी भी ली। प्रदर्शनी में किसी ने डिलेवरी ड्रोन बनाया है तो किसी ने भांग के पौधे से बनी वस्तुओं का स्टार्टअप प्रस्तुत किया था।

आई हब गुजरात के साथ हुआ एमओयू
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के स्टार्टअप को आगे बढ़ाने और उनके मेंटॉरशिप के लिए मुख्य सचिव की मौजूदगी में आईहब गुजरात और इनोवेशन हब में एमओयू किया गया। एमओयू वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता ने किया।

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