उत्तर प्रदेशराज्य

अनीश एनकाउंटर: STF ने पीछा किया तो शुरू की फायरिंग

अयोध्या में चलती ट्रेन में महिला सिपाही से बर्बरता मामले में एक आरोपी ढेर हो चुका है। जबकि एनकाउंटर में घायल 2 आरोपी पकड़े गए। इन आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बर्बरता की पूरी कहानी बताई। कहा- हम केवल बैग छीनगर भागना चाहते थे। जब सिपाही ने हम पर हमला किया तब गुस्से में उस पर टूट पड़े। उसे लहूलुहान कर दिया। ब्लेड मारने के बाद उसे सरयू नदी में फेंकना चाहते थे। कपड़े तो इसलिए फाड़े ताकि वह हमारा पीछा न कर सके।खबर में आगे बढ़ने से पहले बता दें कि महिला सिपाही को चेहरे और सिर पर गंभीर चोट लगी है। चेहरे पर 47 से ज्यादा टांके लगे हैं। इस वक्त महिला कॉन्स्टेबल का KGMU में इलाज चल रहा है। वह 12 दिनों से होश में नहीं हैं।

बदमाश बोले- हम नहीं जान पाए, वो कांस्टेबल है
30 अगस्त की रात महिला कॉन्स्टेबल ने मनकापुर स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस में सवार हुईं थीं। जिस बोगी में वो बैठी, उसमें ज्यादा सवारी नहीं थीं। पकड़े गए आरोपी विशंबर दयाल दुबे और आजाद ने पुलिस को बताया कि हम लोग अनीश के साथ इस बोगी में चोरी के इरादे से चढ़े थे। रात के वक्त बोगी में एक महिला को अकेले देखकर हमने तय किया कि इसको लूटेंगे। बोगी में अंधेरा था, वो पुलिस वाली है…ये हम नहीं जान पाए। महिला कॉन्स्टेबल बर्थ पर लेटी हुई थी। सिर के नीचे तकिया की तरह अपना बैग रखा हुआ था।

ब्लेड मारा, फिर सरयू नदी में फेंकना चाहते थे
उन्होंने बताया कि हमने पहले बैग छीना। इस पर महिला सिपाही खड़ी हो गई और उसने अनीश के गाल पर तमाचा मार दिया। इसके बाद हम लोगों ने उस पर हमला कर दिया। हमने महिला सिपाही का सिर सबसे पहले ट्रेन के डिब्बे की सीट पर लड़ा दिया। महिला सिपाही घायल हो गई। महिला सिपाही ने एक बदमाश को लात मारी। इससे बौखलाए दूसरे बदमाश ने महिला कॉन्स्टेबल के चेहरे पर ब्लेड मार दिया। कांस्टेबल खुद को बचाने के लिए गेट की तरफ भागी।हमने सोचा कि क्यों न इसको सरयू नदी में फेंक दिया जाए। हम आगे बढ़े, लेकिन महिला सिपाही ने फिर लात मार दी। जिससे हमारा एक साथी बोगी के गेट पर ही गिर पड़ा। इसके बाद हम कॉन्स्टेबल को घसीटकर डिब्बे के अंदर तक लेकर पहुंचे।

जब हम भागना चाहते थे, तब कॉन्स्टेबल ने हमला किया
उन्होंने बताया कि वो इस दौरान खुद को बचाने का प्रयास कर रही थी। हमने सोचा कि हमें इस बोगी को छोड़ देना चाहिए। हम महिला कॉन्स्टेबल को छोड़कर गेट की तरफ बढ़े, लेकिन अब महिला कांस्टेबल हमारे पीछे हमला करते हुए आ गई। हम लोग पलटे और उस पर चाकू से हमला किया।इसमें उसकी वर्दी फट गई। महिला कांस्टेबल खून से लथपथ सीट पर जाकर गिर गई। इसके बाद हमने चाकू से उसके कपड़े पूरी तरह से फाड़ दिए। कबूलनामा में बदमाशों ने बताया कि ऐसा इसलिए किया, ताकि वो हमारा पीछा न कर सके। इसके बाद हम बोगी से उतर गए।

वीडियो में खुद को न पाकर, फिर अनीश वारदात के लिए निकला
16 सितंबर को जारी इस फुटेज को अनीश खान और उसके दो सहयोगियों विशंभर और आजाद ने भी देखा। इस फुटेज को देख यह गिरोह निश्चिन्त हो गया कि पुलिस का ध्यान उनसे हट गया है। 17 सिंतबर को यह गिरोह फिर सरयू एक्सप्रेस में कूरेभार से लेकर मनकापुर की यात्रा कर शिकार तलाशने लगा।इस बीच इन तीनों ने अपना मोबाइल भी ऑन कर लिया। और जांच एजेंसी की निगाह में आ गए। घायल महिला सिपाही की मदद से एसटीएफ ने अनीश का स्कैच भी बनवा लिया। जो अपराधियों तक पहुंचने में मददगार साबित हुआ।इसके पहले, एसटीएफ ने प्रयागराज से लेकर मनकापुर के बीच के 100 से ज्यादा अपराधियों पर नजर रखी। दो दर्जन से ज्यादा से पूछताछ की। हर स्टेशन सहित आसपास की CCTV देखी। जनता के साथ अधिकारियों का दबाव लगातार बना रहा है। पहचान उजागर न हो इसके लिए यह टीम लोकेशन भी बदलती रही। कोशिश थी कि सार्वजनिक होटल आदि स्थानों से दूर रहा जाय।

लोकेशन मिलते ही घेराबंदी
आखिरकार, शुक्रवार तड़के STF को आरोपियों के बारे में इनपुट मिला। वो इनायतनगर में छिपे हैं। STF और अयोध्या पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया। इलाके की घेराबंदी करके सर्च शुरू किया। खुद को घिरता हुआ देख तीनों बदमाश अनीश, विशम्भर और आजाद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में विशम्भर और आजाद घायल हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी।इसी दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर अनीश वहां से बाइक से भाग निकला। STF ने 40 किमी. दूर पूराकलंदर तक उसका पीछा किया। सड़क को पहले ही पुलिस ने सील कर दिया था। यहां पुलिस ने उसे घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा। मगर, अनीश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली अनीश को लगी।

घायल अनीश को पुलिस जिला अस्पताल अयोध्या लेकर पहुंची। वहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। एनकाउंटर में थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा भी घायल हुए हैं। उनके हाथ में गोली लगी है। 2 अन्य सिपाहियों के भी जख्मी हैं। उनको भी अस्पताल में एडमिट किया गया है।

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