तीसरी लहर से बचने के लिए तैयारियां
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा (पीएमएस) संवर्ग में 3620 विशेषज्ञ डाक्टरों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए जा चुके हैं। कोरोना की तीसरी संभावित लहर से बच्चों को बचाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हुई है। सबसे ज्यादा 600 बाल रोग विशेषज्ञों की भर्ती की जाएगी। विशेषज्ञ डाक्टरों के पदों पर ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन करें और फिर अच्छे अभ्यर्थी चयनित होकर आएं, इसके लिए देश भर में व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। नए भर्ती होने वाले विशेषज्ञ डाक्टरों के गृह जिले में यदि पद खाली है तो उन्हें प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के माध्यम से जिन 3620 पदों पर भर्ती पर विशेषज्ञ डाक्टरों की भर्ती होगी, उनमें बाल रोग विशेषज्ञों के बाद 590 पद जनरल फिजिशियन और इतने ही पद जनरल सर्जन व स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों के हैं। बाकी रेडियोलाजिस्ट, पैथोलाजिस्ट, ईएनटी विशेषज्ञ आदि के पद हैं।
पीएमएस संवर्ग में एमबीबीएस डाक्टर व विशेषज्ञ डाक्टरों के कुल 18,700 पद हैं। इन पदों में से 50 प्रतिशत एमबीबीएस डाक्टर व 50 प्रतिशत विशेषज्ञ डाक्टरों के हैं। अभी करीब पांच हजार पद खाली चल रहे हैं। विशेषज्ञ डाक्टर करीब ढाई हजार ही हैं और इनकी कमी को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
बीते वर्ष दिसंबर में पीएमएस संवर्ग की नई सेवा नियमावली लागू की गई। इसके तहत विशेषज्ञ डाक्टरों के पदों पर परास्नातक व डिप्लोमा पास अभ्यर्थियों को सीधे लेवल टू के मेडिकल आफिसर पद पर भर्ती का नियम लागू किया गया। विशेषज्ञ डाक्टरों के पदों को भरने के लिए गृह जनपद में तैनाती तक का आफर दिया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ-साथ सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के सचिवों को पत्र लिखकर आग्रह किया गया है कि वह उप्र में विशेषज्ञ डाक्टरों की भर्ती से संबंधित जानकारी अपने मेडिकल कालेजों, डाक्टर एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई को दें, ताकि ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन करें। इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए आवेदन फार्म वेबसाइट www.uppsc.up.nic.in पर उपलब्ध है। 28 जून तक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं।