मदुरै ट्रेन हादसा: जांच हुई तेज, अफसरों से हो सकती है पूछताछ
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:मदुरै रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी टूरिस्ट बोगी में गैस सिलिंडर से लगी आग के मामले की जांच तेज हो गई है। जल्द ही पूर्वोत्तर रेलवे के अफसरों से हादसे के संबंध में पूछताछ हो सकती है। आरपीएफ कंट्रोल रूम को 17 अगस्त की शाम 3:45 से 4:20 बजे तक की लखनऊ जंक्शन की सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है।दक्षिणी सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त एएम चौधरी ने घटना की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कई साक्ष्यों की पड़ताल की और रेलकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं। मदुरै स्टेशन पर तैनात आरपीएफ की केस डायरी में एलपीजी सिलिंडर के कारण आग लगने की बात कही गई है। ऐसे में अब रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अफसरों से पूछताछ कर सकते हैं। हादसे में लखनऊ के दो, सीतापुर के पांच, लखीमपुर खीरी और हरदोई के एक-एक यात्री की मौत हो गई थी।
लखनऊ जंक्शन पर दो लगेज स्कैनर, दोनों खराब
लखनऊ जंक्शन पर दो लगेज स्कैनर लगे हैं। दोनों महीनों से खराब पड़े हुए हैं। दूसरी ओर चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक लगेज स्कैनर है। पर, यहां न तो कोई लगेज स्कैन कराता है और न ही वहां बैठे आरपीएफ के जवान टोकते हैं।
आठ जगह खुली एंट्री
चारबाग रेलवे स्टेशन पर मुख्य प्रवेशद्वार पर भले ही आरपीएफ कर्मी मिल जाएं, पर सैलून साइड, खम्मनपीर मजार, सदर, यार्ड, कानपुर की ओर वाला छोर ऐसी जगहें है, जहां से यात्री बिना जांच के स्टेशन पर पहुंच जाते हैं। ऐसे ही लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर कैब वे के दोनों छोर पर एंट्री खुली हुई है, जहां जांच के कोई इंतजाम नहीं है। दोनों स्टेशनों की सुरक्षा के लिए इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम है। 120 से अधिक सीसीटीवी लगे हुए हैं। पर, फुटेज लेने लायक नहीं हैं।
बगैर जांच ट्रेनों में चढ़ रहा पार्सल
चारबाग रेलवे स्टेशन पर पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम बनाया जा रहा है। यह पुरानी कवायद है। फिलहाल स्टेशन पर बुक होने वाले पार्सलों की जांच के लिए अभी भी कोई इंतजाम नहीं है। स्कैनर नहीं हैं। ऐसे ही सामान ट्रेनों में लोड हो रहा है। हालांकि लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर पार्सल जांच के लिए स्कैनर लगा है, जिसके लिए चार्ज लिया जाता है।