लखनऊ के प्रसिद्ध बाजपेयी कचौड़ी भंडार पर जीएसटी छापा
स्वतंत्रदेश ,लखनऊखानपान के लिए मशहूर लखनऊ में बाजपेयी कचौड़ी भंडार का नाम भी शामिल है। हजरतंगज में इस छोटी सी दुकान पर दिनभर में हजारों लोग लाइन लगाकर कचौड़ी और खस्ते खाते हैं लेकिन शुक्रवार को राज्य कर विभाग की एसआईबी टीम को देख न केवल लाइन गायब हो गई बल्कि स्टाफ में भी अफरा-तफरी मच गई। राज्य कर विभाग के छापे में कचौड़ी भंडार के प्रतिष्ठान्न और गोदाम को जद में लिया गया। जांच के दौरान अधिकारियों को घोषित बिक्री और वास्तविक बिक्री में करीब दोगुना अंतर पाया गया। दस्तावेजों को जब्त कर डाटा का मिलान किया जा रहा है।शुक्रवार को हजरतगंज स्थित बाजपेयी कचौड़ी भंडार पर राज्य कर विभाग की विशेष जांच शाखा ने छापा मारा। विभाग के पास जीएसटी अपवंचना की शिकायत की गई थी। गोपनीय जांच में इसे सही पाया गया।

कचौड़ी की बिक्री पर 5 फीसदी जीएसटी है। कागजों में लगभग 10 लाख रुपये महीने की बिक्री दिखाई जा रही थी। तिमाही 30 लाख की घोषित बिक्री पर 5 फीसदी टैक्स जमा किया जा रहा था। जांच में पाया गया कि बिक्री के बिल जारी नहीं किए जाते इसलिए संचालक स्वत: ही बिक्री के आंकड़े घोषित कर टैक्स जमा कर रहे थे।गोदाम और दुकान में दस्तावेजों की पड़ताल में पाया गया कि घोषित बिक्री की तुलना में वास्तविक बिक्री कहीं ज्यादा है। एसआईबी अधिकारियों द्वारा की गई प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि बाजपेयी कचौड़ी भंडार की तिमाही बिक्री कम से कम 50 लाख रुपये या इससे ज्यादा हो सकती है। वास्तविक बिक्री और टैक्स चोरी की गणना की जा रही है। खरीद-बिक्री के बिलों सहित अन्य दस्तावेजों को सीज किया गया है।