फेस्टिव सीजन से पहले फिर से कोरोना रिटर्न्स!
स्वतंत्रदेश, लखनऊ:जापान और ब्रिटेन में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच यूपी में फेस्टिव सीजन से पहले कोरोना केस बढ़ने की आशंका है। एक्सपर्ट्स का तर्क हैं कि बड़े पैमाने पर बरती जा रही लापरवाही एक बार फिर से गंभीर रूप ले सकती हैं।
सवाल : क्या कोरोना फिर से बाउंस बैक की तैयारी में हैं?
जवाब : वायरस हमेशा से इवॉल्व करता हैं। कोविड वायरस अभी भी एनवायरनमेंट में मौजूद हैं। यह संभव हैं कि पशु से मानव में आया यह वायरस एक बार फिर से पशुओं में जाए और वहां जाने के बाद ज्यादा बदलाव करें।
इसकी भी संभावना हैं कि वापस से यह मानव शरीर में प्रवेश कर सकता हैं। यदि ऐसा होता हैं तो कोरोना के शुरुआती दौर जैसे हालात भी हो सकते हैं। यही कारण हैं कि वायरस के इस अनसर्टेन बेहवीयर को प्रेडिक्ट नही किया जा सकता। हां, अलर्टनेस से खुद को बचाया जा सकता हैं। उस पर ही फोकस करने की जरूरत हैं।
सवाल : ब्रिटेन के जो मामले बढ़े हैं, उस पर क्या कहेंगे?
जवाब : अभी तक जो जानकारी मिल रही हैं उस पर कुछ ठोस कह पाना संभव नही हैं। बड़ी बात यह हैं कि जहां भी कोरोना के मामलों में उछाल आया हैं, वहां संक्रमितों में मौत के आंकडे कैसे हैं? कितने लोगों की जान जा रही हैं और आखिर टेस्टिंग किस हद तक हो रही हैं? मेरा मानना हैं कि फिलहाल जापान में ही उस स्तर पर टेस्टिंग हो रही हैं, इसलिए फिलहाल कुछ कहना ठीक नही होगा।
सवाल : कैसे बचाव कर सकते हैं? खुद को कैसे सुरक्षित रखना होगा?
जवाब : CAB यानी कोविड एप्रोप्रियेट बेहवीयर को फॉलो करना होगा। मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करना जरूरी हैं। कही भी भीड़ भाड़ वाली जगह पर, या फिर हॉस्पिटल में या किसी ऐसे स्थल पर जहां कई स्ट्रेंजर का आना जाना हो सकता हैं वहां सतर्कता बरतनी जरूरी हैं।
सवाल : फेस्टिव सीजन से पहले एक बार फिर कोरोना की चर्चा हो रही हैं? क्या कोविड का खतरा फिर से मंडरा रहा हैं?
जवाब : देखिए, कोरोना वायरस कही चला नहीं गया है बस इसका असर पहले जैसा नही रहा। मौजूदा दौर में भी कई वायरस अटैक कर रहे हैं। आंखों में फैल रहा कंजेक्टिवाइटिस का इंफेक्शन भी एक वायरस – एडिनो वायरस की ही देन हैं। कोरोना का मौजूदा स्ट्रेन अब पहले जैसा असर नही कर रहा। मगर, वायरस बदल रहा हैं और कभी भी गभीर रूप ले सकता हैं , जिसका गंभीर असर देखने को मिल सकता हैं। यही कारण हैं कि डॉक्टर्स सतर्कता बरतने की बात कह रहे हैं।