आधुनिकता के रंग में हुनर को मिलेगा नया आकार
लखनऊ। बढ़ई की खुरपी कला को आधुनिकता के रंग में रंगकर उनके हुनर को नया आकार देकर उनके सपनों को साकार करने की कवायद शुरू हो रही है। काम की तलाश में परेशान ऐसे पारंपिक श्रमिकों को चिह्नित कर उनके हुनर को न केवल तराशा जाएगा, बल्कि मांग के अनुरूप उन्हें आधुनिक उपकरण भी उपलब्ण्ध कराए जाएंगे। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र की पहल पर सभी को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण काल में जहां काम की तलाश में श्रमिकों को पसीना आ रहा है। वहीं, कुशल कारीगरों के पास काम का बोझ इतना है कि वे पहुंच नहीं पा रहे हैं। ऐसे में पारंपिरक काम करने वाले कामगारों के हुनर को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र के माध्यम से राजधानी समेत प्रदेश के हर जिले में प्रशिक्षण देने की तैयारी चल रही है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत राजधानी में पहले चरण में 300 श्रमिकों को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पाले वाले श्रमिकों को मुख्यमंत्री रोजगार योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। यही नहीं छह दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत चयनित कामगारों को छह हजार से लेकर 10 हजार रुपये कीमत की टूल किट भी निश्शुल्क दी जाएगी।