उत्तर प्रदेशराज्य

जेई से लेकर एसई को नोटिस

 स्वतंत्रदेश , लखनऊ : बिजली महकमे में बढ़ती उपभोक्ताओं की समस्याओं से रूबरू होने के लिए चार दिन में चौथी बार ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने महानगर उपकेंद्र का दौरा किया। इससे पहले 10 अक्टूबर को सरोसा भरोसा उपकेंद्र गए थे। उपकेंद्र पहुंचकर रिकॉर्ड देखने के साथ ही तमाम  अव्यवस्थाएं देखी और डेश बोर्ड पर लाइन लॉस फीडर का ब्योरा न लिखा होने पर नाराजगी जताई।

यही नहीं ट्रांसफार्मर की लोड बैलेसिंग सहित कई जानकारियां न मिलने पर जेई से लेकर अधीक्षण अभियंता तक को नोटिस देने के निर्देश दिए हैं। उपभोक्ताओं से भी बिलिंग केंद्र पहुंचकर बातचीत की। मंत्री ने मीटर रीडर घर आने की बात पूछी तो उपभोक्ताओं ने कहा कि मीटर रीडर तो आते हैं, लेकिन बिल नए मीटर में काफी आने लगा है। इस पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने टेस्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए।

महानगर उपकेंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को मिली कमियां। मंत्री ने अभियंताओं के जहां अव्यवस्था पर फटकार लगाई वहीं उपभोक्ताओं से बिलिंग को लेकर बातचीत की। उपकेंद्र के बाहर भी ट्रॉली ट्रांसफार्मर से टपकते तेल को देखकर हुए नाराज ऊर्जा मंत्री।

ऊर्जा मंत्री ने निरीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए कि लाइन लॉस वाले फीडरों की विशेष मानीटरिंग हो। बिलिंग शत प्रतिशत होने के साथ ही उपभोक्ता की बिजली से जुड़ी हर समस्या प्राथमिकता पर निस्तारित हो। उपभोक्ता उपकेंद्र से संतुष्ट होकर जाए। मीटर रीडर न आने की शिकायत ऊर्जा मंत्री ने सीधे टोल फ्री नंबर 1912 पर करने के निर्देश दिए। करीब आधा दर्जन उपभोक्ताओं से एक एक करके बात की। बिलिंग, मीटर व बिजली आपूर्ति को लेकर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बिजली चौबीस घंटे उपभोक्ताओं को दी जाएगी। ब्रेक डाउन न होने पाए इसलिए रखरखाव बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि मध्यांचल में 24 फीसद लाइन लॉस कम हुआ है। उपकेंद्रों पर जो खामियां हैं उन्हें दूर किया जा रहा है।

ऊर्जा मंत्री के निरीक्षण के बाद जब उपकेंद्र से बाहर निकले तो ट्राली ट्रांसफार्मर को देखकर पूछा, आखिर यह क्यों यहां खड़ा है। इसका अभियंता कोई उचित जवाब नहीं दे पाए। इस पर उन्होंने कहा कि कोई भी उपकेंद्र बिजली विभाग की आंख, नाक व कान होता है। इस पर एमडी सूर्य पाल गंगवार ने ट्रांसफार्मर को दुरुस्त करने के साथ ही रंग रोगन करने के निर्देश और मुख्य गेट से हटाने को कहा।

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