उत्तर प्रदेशराज्य

पूरे ज्ञानवापी परिसर के एएसआई से सर्वे की मांग

स्वतंत्रदेश , लखनऊ:वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग ही नहीं, बल्कि पूरे विवादित स्थल का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से वैज्ञानिक पद्धति से जांच कराने की मांग अब अदालत से की जाएगी। इसके लिए मंगलवार को जिला जज की अदालत में याचिका दाखिल की जाएगी। इसी सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सोमवार की रात वाराणसी आए हैं। वह छह याचिकाकर्ताओं की तरफ से सर्वे की गुहार लगाएंगे।अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि देश की जनता को ज्ञानवापी से जुड़े इन सवालों के जवाब मिलने जरूरी हैं। ज्ञानवापी में मिला शिवलिंग कितना प्राचीन है? शिवलिंग स्वयंभू है या कहीं और से लाकर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की गई थी? विवादित स्थल की वास्तविकता क्या है? विवादित स्थल के नीचे जमीन में क्या सच दबा हुआ है? मंदिर को ध्वस्त कर उसके ऊपर तीन कथित गुंबद कब बनाए गए? तीनों कथित गुंबद कितने पुराने हैं?

इनकी तरफ से दाखिल होगी याचिका

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के मुताबिक, याचिका राम प्रसाद सिंह, महंत शिव प्रसाद पांडेय, लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक की ओर से दाखिल की जाएगी। चारों महिलाएं पहले से ही ज्ञानवापी के मां श्रृंगार गौरी केस की वादिनी हैं।

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