उत्तर प्रदेशराज्य

इस्तीफा देने का मतलब है आरोपों को स्वीकार कर लेना-बृजभूषण शरण सिंह

स्वतंत्रदेश , लखनऊ:भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुझे सुप्रीम कोर्ट पर पूरा विश्वास है। इस देश में सुप्रीम कोर्ट से बड़ा कोई नहीं हो सकता। शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के सामने एफआईआर की बात आई थी। जांच एजेंसी पर मुझे पूरा भरोसा है। मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और इन आरोपों का सामना करने के लिए तैयार हूं। जांच एजेंसियों को सहयोग करने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध हूं। गोंडा स्थित पैतृक गांव विश्नोहरपुर में मीडिया के सवालों का सामना करते हुए भाजपा सांसद ने कहा,  ‘इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। इस्तीफा देने का मतलब,  आरोप को स्वीकार कर लेना। हम जांच में अपना पक्ष रखेंगे। किसी के आरोप लगा देने से मैं दोषी नहीं हो जाऊंगा।’

नई दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई प्राथमिकी के बारे में कहा कि एफआईआर की कॉपी अभी नहीं मिली है लेकिन ये कन्फर्म है कि मुकदमा कायम हो गया है। जांच में फेडरेशन का कोई रोल नहीं है। पहलवानों की डिमांड रोज बदल रही है। मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। अपराधी बनकर मुझे पद नहीं छोड़ना। चुनाव और नई बॉडी बनने पर मेरा पद स्वतः समाप्त होगा। कमेटी की रिपोर्ट आने के पहले ही सुप्रीम कोर्ट चले गए। इस दौरान सांसद ने मीडिया के माध्यम से सवाल किया कि नाबालिग को जांच कमेटी के सामने क्यों नहीं लाया जा रहा? मैंने केंद्र सरकार और कमेटी के निर्णय का सम्मान किया।

सांसद का पद मुझे विनेश फोगाट की कृपा से नहीं मिला। मुझे रेसलिंग फेडरेशन का चेयरमैन किसी के दयाभाव से हासिल नहीं हुआ था, बाकायदे चुनाव में जीतकर आया था। एक ही परिवार एक ही अखाड़ा विरोध कर रहा। एक फेमिली एक अखाड़ा यह नहीं चलेगा। इन लोगों ने चार महीने में कुश्ती का बहुत नुकसान किया। ये देश के लिए बड़ी क्षति है। इसके पीछे कांग्रेस और उनके धनपशुओं का सीधा हाथ है।

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