यातायात में हो रहा सुधार
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ । यातायात सुधार में मोबाइल फोन अहम रोल निभा रहे हैं।यातायात निदेशालय की तरफ से यातायात विभाग और थाना क्षेत्रों में उप निरीक्षकों को दिए गए मोबाइल और इंटरनेट से विभाग हाईटेक हो गया है। शहर में पहले चौराहों और तिराहों पर बेतरतीब वाहन, टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा जाम का कारण बनते थे, अब उनमें कमी दिखाई दे रही है।
यातायात में HCP विनोद कुमार ,TSI जगमोहन बिस्ट (गोमती नगर ) का महत्व पूर्व कार्य रहा है।डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगने और ई चालान के बाद ट्रैफिक नियमों के प्रति काफी सजग हुए हैं। इसके बावजूद सड़क पर कुछ लोग हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने में कोताही बरत रहे हैं कोई वाहन ज़ेब्रा क्रॉसिंग तक पर आ जाता है तो चौराहो पर लगे लाउडस्पीकर के जरिए सीसीटीवी कैमरे में देख कर चालान करने की हिदायत देकर वाहन चालक को पीछे कर दिया जाता है। शहरवासियों का कहना है कि लाल बत्ती लगने के बाद से ट्रैफिक जाम में भी कमी आई है और लोग सही तरीके से यातायात नियमों के तहत वाहनों को सड़कों पर चला रहे हैं।
गाड़ी चालकों की लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं जो स्वयं व देश के लिए हानिकारक हैं। चालकों को चाहिए कि वह ड्राइ¨वग के प्रति सतर्क रहे और नशा करके कभी भी गाड़ी न चलाएं ताकि स्वयं भी सुरक्षित हो तथा दूसरों को भी सुरक्षित रहने दें।
फटाफट खबरे
फायर ब्रिगेड या एम्बुलेंस का रास्ता रोकने पर 10 हजार का जुर्माना
ड्राइविंग लाइसेंस में गलत सूचना देने के लिए जुर्माना 250 रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दिया गया है. दोपहिया वाहन पर अगर तीन लोग सवारी करते पाये गये तो जुर्माने की रकम 1000 रुपये होगी. दमकल गाड़ियों या एंबुलेंस की राह में बाधा पहुंचाने के लिए 10,000 रुपये जुर्माना देना पड़ेगा.
14 साल से कम उम्र के वाहन चलाने वाले को 5 हजार का जुर्माना
अधिसूचना के अनुसार प्रतिबंधित क्षेत्रों में हॉर्न बजाने पर पहली बार 1000 रुपये और दूसरी बार 2000 रुपये देने पड़ेंगे. बिना बीमा के वाहन चलाने वालों को पहली बार 2000 रुपये और दूसरी बार 4000 रुपये बतौर जुर्माना देना होगा. |