गोमती नगर में छात्रा से गैंगरेप के दोषियों को उम्रकैद
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:15 अक्टूबर 2022 को लखनऊ के पॉश इलाके में पहले झाड़ियों और फिर चलती ऑटो में छात्रा से गैंगरेप हुआ। 3 घंटे तक हैवानियत हुई। ठीक…149 दिन बाद यानी 14 मार्च को इस मामले में कोर्ट ने दोनों दोषियों इमरान और आकाश को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जिला जज संजय कुमार ने 1.7 लाख का जुर्माना भी लगाया है।
12वीं में पढ़ने वाली छात्रा के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इसलिए वह ट्यूशन पढ़ाती थी। उस दिन भी ट्यूशन पढ़ाकर लौट रही थी। घर आने के लिए ऑटो किया तो उसमें इमरान और आकाश पहले से बैठे थे। अकेली लड़की देखकर दोनों ने ऑटो में ही सिर पर भारी वस्तु का वार करके बेहोश कर दिया। फिर उसे सुशांत गोल्फ सिटी की तरफ ले गए।16 अक्टूबर को विभूति खंड पुलिस ने केस दर्ज किया। घटना के तीसरे दिन यानी 17 अक्टूबर को पुलिस ने आकाश को पकड़ा। इसके बाद पुलिस ने इमरान को मुठभेड़ के बाद कठौता झील के पास गिरफ्तार किया था। इमरान बहराइच का रहने वाला था, वह ऑटो चालक था। जबकि आकाश उसका दोस्त था। वह हरदोई का रहने वाला था। तत्कालीन DCP प्राची सिंह ने हुसड़िया चौकी इंचार्ज हुसैन अब्बास को सस्पेंड कर दिया था। पुलिस ने गिरफ्तारी के 30 दिन के अंदर ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी।
वहां प्लासियो मॉल के पीछे झाड़ियों में गैंगरेप किया। बेहोशी की हालत में ही लड़की को ऑटो में बैठाया और दरिंदगी की। इसके बाद उसे गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहे पर फेंककर फरार हो गए। 20 घंटे तक पीड़िता की FIR दर्ज नहीं हुई। मामला सुर्खियों में आया तो पुलिस एक्टिव हुई। छात्रा को अस्पताल में एडमिट कराया। जहां कई दिनों तक इलाज के बाद उसे छुट्टी दी गई।
मैंने अपने परिवार के साथ घर पहुंची। पहुंचते ही मां की गोद में सिर रखकर रोने लगी। कुछ रिश्तेदार भी घटना के बारे में सुनकर घर पर आए थे। सबको देखकर लड़की के अंदर हिम्मत आई। उसे लगा इस लड़ाई में सब उसके साथ हैं। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
वो कुछ बोलती उससे पहले ही एक रिश्तेदार बोले, “अगर तुम अपने परिवार की इज्जत उछलना नहीं चाहती तो जो तुम्हारे साथ जो हुआ उसे भूल जाओ।” लेकिन मैं अपने साथ हुई दरिंदगी कैसे भूलती! मेरी आंखों के सामने से वह मंजर एक पल के लिए भी नहीं हट रहा था। मैं दोनों आरोपियों को सजा दिलाना चाहती है। दोस्तों और उनके परिजनों ने घरवालों रातभर समझाया। तब जाकर वो FIR लिखवाने के लिए राजी हुए।