आगरा हादसे में ADA का ‘फर्जीवाड़ा
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:आगरा के सिटी स्टेशन रोड घटिया पर गुरुवार सुबह बेसमेंट की खुदाई से 6 मकान भरभराकर गिर गए। मलबे में दबने से एक बच्ची की मौत हो गई। मामला सीएम तक पहुंच गया। इसके बाद छुट्टी के दिन ADA के अधिकारी सकते में आ गए।वो अपनी गर्दन बचाने के लिए फर्जीवाड़ा करने में जुट गए। आनन-फानन में नोटिस तैयार की। इसके बाद मुख्य आरोपी राजू मेहरा की जगह फुलट्टी के रहने वाले दूसरे राजू मेहरा को जबरन नोटिस थमा दिया। फिलहाल, बेक डेट में नोटिस देने वाले जेई को हटा दिया गया। इसके अलावा पुलिस ने इस केस में एक आरोपी भी गिरफ्तार कर लिया है।
एक नोटिस 23 जनवरी की तारीख की है। इस नोटिस में लिखा है कि स्थल पर एक हजार वर्ग गज की पूर्व निर्मित धर्मशाला को गिराकर बेसमेंट खुदाई का काम किया जा रहा है।इसकी स्वीकृति का कोई नोटिस नहीं दिखाया गया। इस नोटिस में तुरंत काम बंद कराने को कहा गया। पालन न करने पर 1250 प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाने की बात कही गई।इसके अलावा एक और नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस में राजू मेहरा व गौतम मेहरा को बेसमेंट खुदाई की स्वीकृति न दिखाने पर ADA कार्यालय में 3 फरवरी को तलब किया गया है। ये दोनों नोटिस हादसे के दिन जारी किए गए हैं।
राजू मेहरा ने कहा- जबरन थमाकर चले गए नोटिस राजू मेहरा ने बताया, “शाम पौने पांच बजे उनके पास ADA के जेई का फोन आया। उन्होंने कहा कि वो उनके घर पर हैं। जब वो अपने घर पहुंचे तो उन्हें दो नोटिस थमा दिए। नोटिस पर राजू मेहरा लिखा था। लेकिन पिता का नाम और पता गलत लिखा था।इस मैंने उनसे कहा कि ये दूसरे राजू मेहरा हैं, लेकिन ADA के अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी और जबरन नोटिस थमा कर चल दिए। इसके बाद हमने घटनास्थल पर जाकर मामले की जानकारी ADA सिटी को दिया। लेकिन वो भी मदद करने के बजाए नोटिस देखकर चले गए।
सिर्फ रात में होती थी खुदाई
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सिटी स्टेशन रोड पर विशंभर दयाल की धर्मशाला में शॉपिंग कांप्लेक्स बनवाने के लिए कई दिनों से बेसमेंट खुदाई का काम चल रहा था। सिर्फ रात में ही खुदाई होती है। इसके लिए दो जेसीबी लगाई जाती थी। हम लोगों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस मामले में ADA वीसी चर्चित गौड़ का कहना है कि उनकी जानकारी में मामला नहीं था। अभी पता चला है। इस मामले में एक्सईएन पर कार्रवाई की जा रही है। उनसे पूछा जा रहा है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ।
मुख्यमंत्री ने की 2 लाख रुपए देने की घोषणा
हादसे में मरने वाली लड़की के परिजनों को मुख्यमंत्री ने 2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। घायलों का इलाज भी सरकार कराएगी।