उत्तर प्रदेशराज्य

काली जी समेत छह प्राचीन मंदिरों में विकास का शंखनाद

स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लखनऊ के प्राचीन मंदिरों के परिसरों का आकर्षण और बढ़ जाएगा। उन्हें संवारने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना पर बजट की मुहर लग गई है। उन्हें मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में शामिल किया गया है। पयर्टन विभाग ने इस योजना को प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति भी दे दी है। बीस मार्च को इन मंदिरों में विकास का शंखनाद होगा। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर आयोजित होगा।

राज्य सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर चयनित पर्यटन स्थलों के विकास की होगी शुरुआत।

लखनऊ के मध्य, पश्चिम, उत्तर, पूर्व कैंट, सरोजनीनगर, मलिहाबाद और बक्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र के खाते में एक-एक योजना दी गई है। छह मंदिरों समेत पर्यटन स्थलों के विकास पर पचास-पचास लाख रुपये खर्च होंगे। चौक के प्राचीन काली जी मंदिर परिसर में संपूर्ण विकास होगा। यहां विकास की मांग लंबे समय से चल रही थी। इस मंदिर में वैसे तो सामान्य दिनों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है, लेकिन नवरात्र के दिनों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगती है।

चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में अब सत्संग भी हो सकेगा। माल के करीब तीन सौ साल पुराने प्राचीन शिव मंदिर अहिंडर को भी संवारा जाएगा। इटौंजा का लासा मंदिर भी अब पर्यटन स्थल की तरह संवारा जाएगा।

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