विद्यार्थियों के घर खुद चलकर आएगी डिग्री
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ विश्वविद्यालय अब डिग्री छात्रों के घर भेजेगा। इसकी शुरुआत हाल में पास आउट हुए सत्र 2021-22 के विद्यार्थियों से होगी। खास यह कि इसका लाभ विश्वविद्यालय के साथ-साथ सहयुक्त कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी मिलेगा। इससे विद्यार्थियों, खासकर कॉलेज के विद्यार्थियों की भागदौड़ व आर्थिक शोषण भी रुकेगा। इसी के साथ विद्यार्थियों की डिग्री डिजी लॉकर पर भी अपलोड कर दी गई है।

विश्वविद्यालय की अभी तक की व्यवस्था के अनुसार कॉलेज के विद्यार्थियों की डिग्री पहले कॉलेज को भेजी जाती है। विद्यार्थी यहीं से डिग्री ले जाते हैं। इस प्रक्रिया में काफी समय लगता था और कुछ कॉलेजों द्वारा विद्यार्थियों को परेशान भी किया जाता था। वहीं, विश्वविद्यालय में विभागों को डिग्री भेजी जाती थी, जहां से विभाग विद्यार्थियों को उपलब्ध कराता था। इस प्रक्रिया में लगने वाले समय व अन्य चीजों को देखते हुए विवि प्रशासन ने इसमें बदलाव करने का निर्णय लिया है।
परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने डाक विभाग से एमओयू किया है। इसके तहत अब विद्यार्थियों की डिग्री सीधे उनके घर भेजी जाएगी। यह प्रक्रिया सत्र 2021-22 में पास आउट हुए 42,688 विद्यार्थियों से शुरू होगी। विद्यार्थियों द्वारा लिए गए आवेदन में उनके पते भी लिए गए थे।
इसी के आधार पर उनके पते में डिग्री भेजी जाएगी। इसकी प्रक्रिया सोमवार से शुरू की जाएगी। हालांकि, विद्यार्थी चाहें तो डिजी लॉकर से भी एकाउंट बनाकर डिग्री प्राप्त कर सकेंगे।
सहयुक्त कॉलेजों ने निर्धारित शुल्क लेने का उठाया मुद्दा
लविवि से संबद्ध स्ववित्तपोषित कॉलेज एसोसिएशन ने विवि प्रशासन से शासन द्वारा निर्धारित शुल्क लेने की मांग उठाई है। संघ की ओर से रजिस्ट्रार को पत्र भेजकर इसकी मांग उठाई गई है। एसोसिएशन ने कहा है कि विवि से नए जुड़े चार जिलों के कॉलेजों में शासन द्वारा निर्धारित परीक्षा शुल्क नहीं लिया जा रहा है। यही समस्या कुछ अन्य शुल्क को लेकर भी है।