लखनऊ में शुरू होगा 3D बायो प्रिंटर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:AKTU यानी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय स्वीडन की कंपनी सेल इंक के साथ मिलकर लखनऊ में बायो प्रिंटर को इंस्टॉल करने जा रही हैं। AKTU परिसर या बायोटेक पार्क में इसे लगाने के लिए जल्द ही MOU किए जाने की तैयारी हैं। सोमवार को AKTU के कुलपति और सेल इंक की एशिया पैसिफिक हेड टुमोको बाइलेंड ने इस विषय पर अहम बैठक की हैं।
KGMU के प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट में इन दिनों स्किन बैंक बनाने पर काम चल रहा हैं। इसके अलावा कैडेवर से शरीर के ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसे हैंड ट्रांसप्लांट के लिए भी इसकी जरूरत बेहद सही साबित हो सकती है।
KGMU के प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉ. ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि इस तरह के सभी ट्रांसप्लांट और मेडिकल केस में 3D बायो प्रिंटिंग का प्रयोग न केवल ट्रांसप्लांट को बेहतरीन तरीके से किया जा सकता हैं। साथ ही मरीज के मुताबिक उसके ट्रांसप्लांट किए जाने वाले अंग को आकार भी दिया जा सकता हैं।
एनिमल्स पर मेडिसिनल रिसर्च से भी करेगा बचाव
AKTU के कुलपति प्रो.पीके मिश्रा ने बताया कि इस लेटेस्ट इनिशिएटिव से मानव के लिए बनाए जाने वाली दवाओं का पहले जानवरों पर होने वाले प्रयोग की परिपाटी से बचा जा सकेगा। बायो प्रिंटर से ह्यूमन टिश्यू का रेप्लिका तैयार हो सकेगा और सभी तरह के इन्वेस्टीगेशन और प्रैक्टिकल रिसर्च इस पर किए जा सकेंगे।सेल इंक की एशिया पैसिफिक की हेड टुमोको बाइलेंड ने बताया कि 3D प्रिंटिंग के जरिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने वाला है। इस तकनीकी का प्रयोग दवा की जांच से लेकर नई दवाओं की खोज, मानव शरीर के टिश्यू को परत दर परत प्रिंटिंग तकनीक बनाना, रिजनरेटिंग इंजीनियरिंग में होता है। साथ ही 3D प्रिंटिंग में छात्रों को प्रशिक्षित भी किया जा सकता है।