LDA के दो क्लर्क के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ के गोमतीनगर थाने में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के उपसचिव ने विभाग में ही तैनात क्लर्क के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। इन्होंने वास्तुखंड, विनम्रखंड और विकल्पखंड में तीन प्लॉट खरीदार और गवाहों की मिली भगत से बिक्री कर दिए।
जांच में खुला खेल, पुलिस कर रही पड़ताल
एलडीए के उपसचिव माधवेश कुमार के मुताबिक 29 सितंबर 2020 को वास्तुखण्ड-तीन निवासी संतराम मौर्या ने जीत बहादुर को प्लॉट संख्या 3/583 की रजिस्ट्री की थी। जिसमें नितिन कुमार और भगवती प्रसाद गवाह बने थे।
जांच में सामने आया कि इन लोगों ने फर्जी कागज के सहारे रजिस्ट्री की। वहीं उसकी इंट्री एलडीए में तैनात कनिष्ठ लिपिक कुलदीप कुमार ने कंप्यूटर में इंट्री की थी।
इसी तरह विनम्रखंड-एक निवासी मो. वसीम ने जाली कागज के सहारे हरि बहादुर को भवन संख्या 1/275 सी विनम्रखंड बेचा था। वहीं, विकल्पखंड -सी 2/387 भूखंड संख्या को बस्ती निवासी तारा देवी बोगस कागजों की मदद से नीरज सिंह को बेचा था। जिसकी कंप्यूटर इंट्री कनिष्ठ लिपिक आलोक कुमार ने की थी।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर दिनेश चन्द्र मिश्र के मुताबिक उपसचिव की तहरीर पर कनिष्ठ लिपिक कुलदीप कुमार, आलोक कुमार, संतराम मौर्या, जीत बहादुर, नितिन कटियार, भगवती प्रसाद, मो. वसीम, हरि बहादुर सिंह, विजय पाल सिंह, विनय सिंह, तारा देवी, नीरज सिंह, इन्द्रजीत कुमार और शिव कुमार के खिलाफ दस्तावेज के आधार पर फर्जीवाड़ा व आपराधिक साजिश की रिपोर्ट की गई है।